पुस्तक में समाहित है धर्म-ध्यान का विस्तृत ज्ञान: गोपाल कौशिक
एस• के• मित्तल
सफीदों, धर्म व ध्यान के विस्तृत ज्ञान से ओतप्रोत पुस्तक का विमोचन समारोह संपन्न हुआ। इस विमोचन समारोह में तपस्वी महात्मा बल्ले गिरी महाराज का सानिध्य प्राप्त हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता पुस्तक के लेखक रामकुमार कौशिक ने की। वहीं सनातन धर्म प्रांत प्रचारक एवं पुस्तक के संकलनकर्ता पं. गोपाल कौशिक ने आए हुए अतिथियों का अभिनंदन किया।
सफीदों, धर्म व ध्यान के विस्तृत ज्ञान से ओतप्रोत पुस्तक का विमोचन समारोह संपन्न हुआ। इस विमोचन समारोह में तपस्वी महात्मा बल्ले गिरी महाराज का सानिध्य प्राप्त हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता पुस्तक के लेखक रामकुमार कौशिक ने की। वहीं सनातन धर्म प्रांत प्रचारक एवं पुस्तक के संकलनकर्ता पं. गोपाल कौशिक ने आए हुए अतिथियों का अभिनंदन किया।
महात्मा बाबा बल्ले गिरी महाराज ने अपने हाथों से पुस्तक का विमोचन किया। अपने आशीर्वचन में बाबा बल्ले गिरी महाराज ने कहा कि यह पुस्तक लोगों को धर्म और सनातन परंपरा की ओर आकर्षित करते हुए उनका मार्गदर्शन करेगी। इस पुस्तक में लिखे गए एक-एक अक्षर धर्म की रक्षा में एक कड़ी का कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि मानव जीवन अनमोल है तथा यह जीवन 84 लाख योनियों में भ्रमण करने के उपरांत मिला है। मनुष्य को अपने इस अनुपम जीवन को परमार्थ के कार्यों में लगाना चाहिए। आज इंसान वाहियात के चक्करों में पड़कर दिगभ्रमित हो रहा है। मनुष्य को इस चक्रव्यूह से निकलकर धर्म के मार्ग पर अग्रसर होना चाहिए। दुनिया की हर चीज इंसान के पास से जा सकती है लेकिन धर्म और शिक्षा सदैव उसके साथ रहते है।
पुस्तक के लेखक रामकुमार कौशिक व संकलनकर्ता गोपाल कौशिक ने बताया कि इस पुस्तक बड़ी मेहनत से धर्म के गूढ़ रहस्यों को शब्दों में पिरोया गया है। पुस्तक में मनुष्य को सनातन परंपरा व गृहस्थ निर्वहन करने की प्रेरणा दी गई है। इसके अलावा इसमें भजनों की एक श्रंखला भी दी गई है। हर किसी को यह पुस्तक पढ़कर अपने जीवन को सफल बनाना चाहिए।