हरियाणा के बहादुरगढ़ शहर में स्थित पारले कंपनी के वेफर सेक्शन को बंद कर दिया गया है। काफी समय से लॉस में चलने के कारण कंपनी ने यह कदम उठाया। सेक्शन बंद होने के बाद 56 कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं। नौकरी छूटने से आहत कर्मचारियों ने शुक्रवार को कंपनी के गेट पर एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया और प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की।
लॉस में चल रहा था सेक्शन
बहादुरगढ़ स्थित पारले कंपनी के प्लांट में 2009 में वेफर सेक्शन बनाया गया था। इसमें चिप्स, स्नैक्स आदि बनाए जाते थे। पिछले कुछ समय से यह सेक्शन लॉस में चल रहा था। काम लगभग खत्म हो चुका था। इसलिए कंपनी ने इस सेक्शन को बंद करने की योजना बनाई। श्रम विभाग से अनुमति मिलने के बाद बंद करने की प्रक्रिया शुरू की और गुरुवार को इसे पूरी तरह से बंद कर दिया गया। कर्मचारियों का भी हिसाब कर दिया गया। अचानक नौकरी गई तो कर्मचारियों में रोष पनप गया।
गुस्साए कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया
गुस्साए कर्मचारियों ने शुक्रवार को कंपनी के गेट पर जमकर रोष प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने कहा कि कोई 30 तो कोई 20 साल से काम कर रहा है। यदि प्लांट घाटे में चल रहा था या बंद करना था तो कोई बात नहीं, लेकिन कर्मचारियों पर तो ध्यान देना चाहिए था। कर्मचारियों की दूसरे सेक्शन में व्यवस्था कर दी जाती। इस तरह से अचानक नौकरी से निकाल देना सही नहीं है। नोटिस दिए बिना ही अचानक शाम को हिसाब कर दिया गया। यह गलत है। कर्मचारियों के साथ अन्याय हैं। अब हम कर्मचारी कहां जाएंगे, कैसे अपना परिवार चलाएंगे। अधिकारियों से मिलकर शिकायत देंगे। उम्मीद उम्मीद है हमें न्याय मिलेगा।
सेक्शन लॉस में था, कर्मचारियों को पहले से पता था
पारले कंपनी के HR मैनेजर सज्जन सिंह ने कहा कि अचानक से कोई कदम नहीं उठाया गया। सेक्शन पहले से ही लॉस में था। लगभग सभी कर्मचारियों को इस बारे में मालूम है। काफी समय पहले ही इसे बंद करने के लिए प्रक्रिया शुरू की जा चुकी थी। श्रम विभाग के दिशा निर्देश के बाद ही इस मामले में कार्रवाई की गई है। सभी कर्मचारियों का हिसाब कर दिया गया है। उन्हें उनका वेतन दे दिया गया है।