- -करीब तीन दशक से सूखी व वीरान पड़ी बड़खल झील जल्द ही गुलजार होगी। आधुनिक सुविधाओं के साथ झील का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। -कभी यह झील दिल्ली-एनसीआर के पर्यटकों के लिए पसंदीदा स्थान हुआ करती थी, लेकिन इसके सूखने से इस झील की रौनक खत्म हो गई। इससे पर्यटकों ने भी यहां आना छोड़ दिया।
करीब तीन दशक से सूखी व वीरान पड़ी बड़खल झील जल्द ही गुलजार होगी। आधुनिक सुविधाओं के साथ झील का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। जिससे एक बार फिर पर्यटक इस झील का आनंद ले सकेंगे। कभी यह झील दिल्ली-एनसीआर के पर्यटकों के लिए पसंदीदा स्थान हुआ करती थी, लेकिन इसके सूखने से इस झील की रौनक खत्म हो गई। इससे पर्यटकों ने भी यहां आना छोड़ दिया। कभी यह झील फरीदाबाद की पहचान हुआ करती थी। दोबारा वही पहचान शहर को इस झील के माध्यम से मिल सके, इसके लिए सरकार इस पर कई करोड़ रुपए खर्च कर रही है।
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केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि बड़खल झील को फिर से संवारने का काम शुरू है। उन्होंने बताया झील पर एक पुल बनेगा, ताकि लोग उस पर जाकर झील का नजारा देख सकें। इसके अलावा बंगलुरू के मरीन ड्राइव की तर्ज पर यहां ट्रैक बनेगा, जहां लोग घूम सकेंगे। टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए यहां फूड कोर्ट, बच्चों के लिए गेम्स, पार्किंग की व्यवस्था, पीने के पानी की सप्लाई के लिए वाटर टैंक आदि होगा। पुल पर चढऩे के लिए लिफ्ट एवं एस्केलेटर आदि सुविधाएं होंगी। झील पर पीने के पानी के लिए टैंक बन रहा है। जो डेढ़ माह में तैयार हो जाएगा। इस टैंक से ही पूरी झील पर पानी की सप्लाई होगी। इसके ऊपर पार्किंग की व्यवस्था भी होगी। जिसे बनने में 3 माह का समय लगेगा। उन्होंने कहा झील के अतिरिक्त यहां 2 घाट बनाए जाएंगे और मत्स्य जलगृहों को रेनोवेट किया जाएगा। जिनके लिए टेंडर छोड़े जाएंगे।
मंत्री गुर्जर ने कहा वर्ष 2014 में बडख़ल की विधायक बनने के बाद सीमा त्रिखा का एक सपना था। वह था बडख़ल झील को गुलजार करना। अपने इस सपने को साकार करने के लिए उन्होंने सीएम मनोहर लाल के समक्ष मांग रखी। जिसे सीएम ने बिना कोई हिचकिचाहट और देरी किए तुरंत मंजूरी प्रदान कर दी। लेकिन झील को भरना इतना आसान काम नहीं था। इसे दोबारा गुलजार करने में बहुत सी बाधाएं थीं। जिन्हें दूर किए बगैर यह सपना पूरा होना मुमकिन नहीं था। विधायक के लगातार पऱ्यासों से झील के सौंदर्यीकरण का न केवल रास्ता साफ हुआ बल्कि आज काम भी शुरू है। मंत्री ने कहा बड़खल झील कभी फरीदाबाद की आन-बान और शान हुआ करती थी। जब यह झील अपना स्वरूप खो रही थी, तब तत्कालीन सरकारों ने इसकी ओर ध्यान नहीं दिया। लिहाजा एक दिन ऐसा आया कि इस झील ने अपना अस्तित्व ही खो दिया। इसी के साथ पर्यटकों ने भी यहां आना बंद कर दिया। शहर के लोगों की मांग पर झील को पुराने अस्तित्व में लाने के लिए विधायक ने इसके कायाकल्प का संकल्प लिया। उनके पऱ्यारों का ही परिणाम है कि आज झील के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू है। विधायक त्रिखा ने झील के प्लान की जानकारी देते हुए बताया कि इसे पहले से अधिक सुंदर एवं मनमोहक बनाया जाएगा। झील के बांध को मजबूत बनाया जाएगा। इसे भरना मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट था। पीएम मोदी व सीएम मनोहर लाल के सहयोग से यह सपना साकार हो रहा है। उन्होंने कहा पीएम मोदी के जन्मदिन 23 सितंबर 2023 में इसे जनता को सौंप दिया जाएगा। उन्होंने कहा शहर की पहचान बड़खल झील एक बार फिर अपने नए स्वरूप में सबके सामने होगी। जहां पर्यटक पहले जैसा आनंद फिर यहां ले सकेंगे।
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