प्रशिक्षण के बारे में बोले, पार्टी को इस बात पर चिंतन करना चाहिए कि क्या हम उस लेवल तक अपने कार्यकर्ताओं को संतुष्ट कर पाए हैं या नहीं
- राज्यपाल के पद को बताया कच्ची नौकरी, कहा गर्वनर बनने की नहीं है इच्छा, न ही बनेंगे
सत्ता और संगठन के तीन दिवसीय प्रशिक्षण में शामिल होने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह से उनके मन की बात टटोले की कोशिश की गई। भाजपा में होने के बाद पार्टी की लाइन से हटकर अपनी बात रखने वाले चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि आज भी वह मुख्यमंत्री बनने की इच्छा रखते हैं लेकिन चुनावी राजनीति नहीं करेंगे। उन्हाेंने यह भी कहा कि वह राजनीति करना भी नहीं छोड़ेंगे। क्योंकि जनता सबसे जरूरी है। वह हमेशा जनता की लड़ाई लड़ते रहेंगे। उन्होंने राज्यपाल पद काे कच्ची नौकरी बताते हुए किसी राज्य के गर्वनर बनने से भी इंकार कर दिया।
जेजेपी का कोई नंबर है ही नहीं
प्रशिक्षण शिविर से बाहर निकलने के बाद पत्रकाराें के सवाल का जवाब देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा की जमीनी पकड़ है और लगातार मजबूत हुई है। गठबंधन पांच साल तक ठीक काम करेगा तो आगे भी चलेगा अन्यथा… उनसे जब पूछा गया कि आठ साल की भाजपा सरकार खुद को बेमिसाल बता रही है तो गठबंधन के दो साल में जजपा को कितना नंबर देंगे। उन्होंने जवाब दिया कि जजपा का कोई नंबर है ही नहीं, फिर उसे क्या नंबर दें।
प्रजातंत्र में सीएम सैट्रिक सोच अपभ्रंस
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये जो सिस्टम पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी का है उसे कोई माने या ना माने सीएम सैट्रिक सोच रही है। वह चाहे राजस्थान हो, पंजाब हो, हरियाणा हो। पंजाब सरकार बने अभी तीन महीने ही हुए हैं लोग मान सरकार कहना शुरू कर दिया। पंजाब सरकार क्यों नहीं कहते। सीएम सैट्रिक सोच प्रजातंत्र में अपभ्रंस है।
पानीपत में बाइक छीनकर लगाई आग: ओवरटेक करने पर इको सवार तीन ने की वारदात; मारपीट कर नकदी भी लूटी
भाजपा को आइना भी दिखाया
अपनी बेबाक टिप्पणी के लिए माने जाने वाले चौ. बीरेंद्र सिंह ने भाजपा को भी इशारों में आइना दिखाया। उन्हाेंने कहा कि भाजपा को इस बात का चिंतन करना चाहिए कि क्या उस लेवल तक हम अपने कार्यकर्ताओं को संतुष्ट कर पाए हैं। जब हम उन्हें संतुष्ट कर पाएंगे तभी वह और सामर्थ्य के साथ काम कर पाएंगे।
.
Apple iPhone 13 एक्सचेंज ऑफर: iPhone 13 को भारत में 57,499 रुपये में कैसे खरीदें?