पैरामेडीकल कॉलेज के लिए जान की बाजी लगाने को तैयार: संघर्ष समिति
विधायक सुभाष गांगोली ने बैठक में पहुंचकर अपने किए गए प्रयासों को बताया
सफीदों, सफीदों के गांव करसिंधू में प्रस्तावित पैरामेडीकल कॉलेज का यहां से जींद स्थानांनतरित होने को लेकर इलाके के लोगो ने संजीदा होकर पैरवी करना शुरू कर दिया है ताकि यह कॉलेज यहां से जाने से रूके जाए। इस कालेज को रूकवाने को लेकर सफीदों संघर्ष समिति नामक संगठन को खड़ा किया गया है।
विधायक सुभाष गांगोली ने कह दी बड़ी बात
कालेज को लेकर लैय्या धर्मशाला में आयोजित बैठक में विधायक सुभाष गांगोली ने विशेष रूप से शिरकत करते हुए एक बड़ी बात कह दी और सभी उपस्थित लोगों ने उसका तालियां बजाकर समर्थन किया। विधायक सुभाष गांगाली ने कहा कि अगर सीएम मनोहर लाल इस कालेज को यहां बनवा देते हैं तो वे राजनीति से ऊपर उठकर उनका धन्यवाद करने उनकी किसी भी स्टेज पर जाने के लिए तैयार है। उन्होंने घोषणा वाले दिन भी सीएम मनोहर लाल का खुले दिल से धन्यवाद किया था। उन्हे किसी भी प्रकार के श्रेय की आवश्यकता नहीं है। कालेज का सारा का सारा श्रेय सीएम मनोहर लाल और भाजपा के स्थानीय नेता ले सकते हैं। उनका एक ही मकसद है कि किसी भी तरह से यह पैरामेडीकल कालेज प्रस्तावित स्थान पर बने। उन्होंने कहा कि वे इस मामले को लेकर कई बार लिखित व मौखिक रूप से विधानसभा में उठा चुके हैं लेकिन सरकार की ओर से कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आया। सरकार ने नियमों का हवाला देकर इस पैरामेडीकल कालेज से अपना पल्ला झाड़ लिया। विधायक ने सवाल उठाया कि जब नियमों की अड़चन थी तो सीएम मनोहर लाल ने क्यों मंच से घोषणा की और लोगों से तालियां बजवाई। सरकार में बड़े-बड़े आईएएस आफिसर बैठे हैं तो क्या उन अधिकारियों ने सीएम को नियमों के बारे में नहीं बताया। किसी भी सरकार में इच्छाशक्ति हो तो नियम कोई बड़ी अड़चन नहीं होते। अगर यह कालेज किसी कारण से करसिंधू में नहीं बन पाता है तो वह जींद के नजदीक लगते गांवों जामनी, बुढ़ाखेड़ा, बहादुरगढ़ या सिल्लाखेड़ी में भी बनवाया जा सकता है। इस कालेज के निर्माण के लिए वे प्राईम लोकेशन पर नि:शुल्क जगह दिलवाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि पैरामेडीकल कालेज को बचाने के लिए जनता के साथ है।
विधायक ने जताया यह संदेह
विधायक सुभाष गांगोली ने यह संदेह भी जाहिर किया कि पैरामेडीकल कालेज के साथ-साथ कहीं नर्सिंग कालेज भी सफीदों से ना खिसक जाए। विधायक ने कहा कि हम सब लोगों को पैरामेडीकल कालेज को रोकने के साथ-साथ नर्सिंग कालेज के जल्द निर्माण की मांग भी सरकार के सामने निरंतर रखनी चाहिए। विधायक ने बताया कि नर्सिंग कालेज का निर्माण भी अभी तक नहीं हुआ है। नर्सिंग कालेज की कक्षाओं की अस्थाई व्यवस्था कन्या कालेज में की हुई है। सरकार कहीं ना कहीं इस कालेज के निर्माण में भी लेटलतीफी कर रही है।
करसिंधू गांव के पूर्व सरपंच ने जताया ऐतराज
जिस गांव करसिंधू में यह पैरामेडीकल कालेज प्रस्तावित था उसके पूर्व विजय कुमार ने विधायक सुभाष गांगोली की इस बात पर ऐतराज जताया कि यह कालेज करसिंधू में ना बने सके तो इसे गांवों जामनी, बुढ़ाखेड़ा, बहादुरगढ़ या सिल्लाखेड़ी में बनवा दिया जाए। पूर्व सरपंच ने कहा कि यह कालेज करसिंधू की बजाए किसी अन्य स्थान पर ना बनाया जाए क्योंकि इस गांव की तात्कालीन पंचायत ने कालेज निर्माण के संघर्ष में अपनी महत्वपूर्ण आहुति डाली है। गांव की पंचायत ने 4 एकड़ भूमि सरकार को देने का प्रस्ताव पारित किया हुआ है। कालेज के लिए गांव के लोग हरसंभव सहयोग देने के लिए आज भी तैयार हैं। जिस पर विधायक सुभाष गांगोली ने उठकर साफ किया कि उनकी यहीं मंशा है कि यह कालेज गांव करसिंधू में ही बने। यदि नियमों के कारण कोई अड़चन है तो उसको लेकर उन्होंने अन्य गांवों के नामों का सुझाव दिया है। उनकी यहीं इच्छा है कि यह कालेज सफीदों विधानसभा क्षेत्र से बाहर ना जाए।
बैठक में नहीं पहुंचा भाजपा को कोई स्थानीय नेता
इस बैठक में पहुंचने के लिए सफीदों संघर्ष समिति द्वारा जनता, नेताओं व समाजसेवी लोगों को ओपन निमंत्रण दिया गया था। इस आह्वान पर कांगे्रस व आप पार्टी के नेता तो बैठक में पहुंचे लेकिन सत्तारूढ़ दल भाजपा व जजपा को कोई भी स्थानीय नेता नहीं पहुंचा और सभी ने इस बैठक से अपनी दूरी बना ली। जिस दिन इस कालेज के बनाने के घोषणा सीएम मनोहर लाल ने की थी उस दिन सभी स्थानीय भाजपाई नेता इसका श्रेय लेने के मैदान में उतर गए थे और मीडिया में पूरा जोर लगाकर अपने आप को महिमामंडित करने वाले ब्यान दिए लेकिन अब लगभग सभी नेताओं ने इस मामले में चुप्पी साध ली है और कहीं ना कहीं दूरी बना ली है। भाजपा के स्थानीय कद्दावर नेताओं की चुप्पी यहां की जनता को किसी भी रूप से रास नहीं आ रही है। सत्तारूढ दल के नेताओं का ना पहुंचने की चर्चा बैठक में पहुंचे लोग करते हुए नजर आए।
नगर पार्षदों ने भी बनाई बैठक से दूरी
सफीदों के 17 वार्डों के नगर पार्षदों में से 16 वार्डों के पार्षदों ने इस बैठक से अपनी दूरी बनाए रखी। ये पार्षद अक्सर विभिन्न कार्यक्रमों में आमतौर पर दिख जाते हैं लेकिन जब सफीदों के लिए महत्वाकांक्षी परियोजना पैरामेडीकल कालेज की बात आई तो वे सामने नहीं आए। इस बैठक में केवल एक पार्षद कपिल शर्मा पहुंचे और बैठक को संबोधित भी किया। बैठक को संबोधित करते हुए नगर पार्षद कपिल शर्मा ने कहा कि वे राजनीति से ऊपर उठकर इस बैठक में पहुंचे है। उनका प्रथम ध्येय सफीदों का विकास व यहां से जाते हुए पैरामेडीकल कालेज को किसी तरह से बचाना है। उन्होंने कहा कि वे इस कालेज के बचाने के हर प्रयास में निरंतर सहभागी बनेंगे।
कालेज रोकने के लिए बनाई 15 सदस्यीय कमेटी
कालेज को जींद जाने से रोकने के लिए सफीदों संघर्ष समिति नामक संगठन को खड़ा किया था और इस संगठन की कमेटी में 4 लोगों को शामिल किया गया था। रविवार को हुई बैठक में अब इस कमेटी का विस्तार करते हुए इसे 15 सदस्यीय कर दिया गया है। इस कमेटी में संजीव गौत्तम, सोनू तिगडानिया, प्रवीन मघान व विकास धीमान के अलावा पूर्व पालिकाध्यक्ष मनोज दीवान, करसिंधू गांव के पूर्व सरपंच विजय कुमार, करसिंधू गांव के वर्तमान सरपंच रविंद्र कुमार, जोगेंद्र सरा, लाभ सिंह, रामदास प्रजापत, चुन्नीलाल वर्मा, सतीश बलाना, सोनू सिंघपुरा, यशपाल देशवाल, प्रवीन बंसल को शामिल किया गया है।
18 को एसडीएम को ज्ञापन देने का लिया निर्णय
बैठक में सभी एक स्वर से निर्णय लिया कि इस मसले को लेकर इलाके के लोग 18 सितंबर दिन सोमवार को सुबह 10 बजे नगर के रामलीला मैदान में एकत्रित होंगे और वहां से चलकर एसडीएम मनीष कुमार फोगाट को एक ज्ञापन सौंपेंगे। इस ज्ञापन से कोई परिणाम सामने नहीं आता है तो इसके बाद आंदोलन को आगे की गति दी जाएगी। आगे की रूपरेखा तैयार करने के लिए फिर से एक बड़ी बैठक बुलाई जाएगी। इस कालेज को रोकने के लिए हर स्तर पर संघर्ष किया जाएगा।