एस• के• मित्तल
सफीदों, राजकीय पीजी कालेज के कंप्यूटर साइंस विभाग के तत्वावधान में डिबग द कोड प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में कंप्यूटर साइंस के विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्या डा. तनाशा हुड्डा ने की। प्रतियोगिता में प्रमुख संचालक विजय, उपसंचालक नेहा, पीआर हैड मानसी, ट्रेजर हैड सिमरन एवं सैक्रेटरी भूपेंद्र रहे। वहीं निर्णायक की भूमिका विकास बंसल एवं मोनिका ने निभाई।
सफीदों, राजकीय पीजी कालेज के कंप्यूटर साइंस विभाग के तत्वावधान में डिबग द कोड प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में कंप्यूटर साइंस के विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्या डा. तनाशा हुड्डा ने की। प्रतियोगिता में प्रमुख संचालक विजय, उपसंचालक नेहा, पीआर हैड मानसी, ट्रेजर हैड सिमरन एवं सैक्रेटरी भूपेंद्र रहे। वहीं निर्णायक की भूमिका विकास बंसल एवं मोनिका ने निभाई।
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान बीएससी द्वितीय वर्ष से स्वाति, दूसरे स्थान पर बीएससी द्वितीय वर्ष से कमल व तीसरे स्थान पर द्वितीय वर्ष से मानसी रहीं। प्रतियोगिता में ट्रेनरों ने बताया कि सॉफ्टवेयर बग, किसी कंप्यूटर प्रोग्राम या प्रणाली की ऐसी त्रुटि या गलती को वर्णित करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक आम शब्द है। जो गलत और अप्रत्याशित परिणाम देती हैं। ज्यादातर बग लोगों द्वारा किसी प्रोग्राम के स्रोत कोड में की गई गलतियों की वजह से उत्पन्न होते हैं। किसी प्रोग्राम में बग का ब्यौरा देने वाली रिपोर्ट को आम तौर पर बग रिपोर्ट, फॉल्ट रिपोर्ट, प्रॉब्लम रिपोर्ट, ट्रबल रिपोर्ट और इसी तरह के नामों से जाना जाता है।
आगे बताया गया कि इसके प्रभाव से सॉफ्टवेयर नष्ट भी हो सकता हैं, इसके बचाव के लिए हमें प्रोग्रामिंग शैली, प्रोग्रामिंग तकनीक, प्रोग्रामिंग भाषा का समर्थन, कोड विश्लेषण आदि बिंदियो पर ध्यान देने की आवश्यकता हैं। कार्यक्रम के समापन पर विजेताओं को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रदीप मान, कीर्ति, डा. अनिल, डा. अशोक, डा. मंजीत कौर, ज्योति, रीनू एवं डा. रुचि भारद्वाज विशेष रूप से उपस्थित रहे।