एस• के• मित्तल
सफीदों, आस्था ज्योतिष केंद्र सफीदों के अध्यक्ष संजीव गौतम ने बताया कि नाग पंचमी के अवसर पर नगर के ऐतिहासिक एवं महाभारतकालीन नागक्षेत्र सरोवर पर भव्य आयोजन किए जाएंगे। इस दिन इस तीर्थ पर कालसर्प दोष निवारक यंत्र पूजा, भगवान शिव का रुद्राभिषेक, नाग देवता को शिवलिंग पर चढ़ाना एवं नागक्षेत्र तीर्थ में छोडऩा तथा विशाल हवन का आयोजन किया जाएगा।
सफीदों, आस्था ज्योतिष केंद्र सफीदों के अध्यक्ष संजीव गौतम ने बताया कि नाग पंचमी के अवसर पर नगर के ऐतिहासिक एवं महाभारतकालीन नागक्षेत्र सरोवर पर भव्य आयोजन किए जाएंगे। इस दिन इस तीर्थ पर कालसर्प दोष निवारक यंत्र पूजा, भगवान शिव का रुद्राभिषेक, नाग देवता को शिवलिंग पर चढ़ाना एवं नागक्षेत्र तीर्थ में छोडऩा तथा विशाल हवन का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सर्प दोष, कालसर्प दोष एवं ग्रह दोष निवारण के लिए नाग पंचमी के दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना करें। भगवान शंकर का रुद्राभिषेक और हवन करने से कालसर्प दोष से मुक्ति होती है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे नाग पंचमी के दिन सांप को कष्ट ना पहुंचाएं, सांप की पूजा करें और इनकी रक्षा का संकल्प लें। इस दिन लोहे का तवा, कड़ाही, चाकू च कैंची का उपयोग ना करें। वहीं भूमि की खुदाई ना करें और पेड़ पौधे ना काटे। उन्होंने नाग पंचमी का महत्व बताते हुए कहा कि हिंदू धर्म में नाग पंचमी का विशेष महत्व है।
नाग पंचमी के दिन जीवन में समृद्धि और खेतों में फसलों की सुरक्षा के लिए नाग देवता की पूजा की जाती है। उन्होंने कहा कि हिन्दू संस्कृति ने पशु-पक्षी, वृक्ष-वनस्पति सबके साथ आत्मीय संबंध जोडऩे का प्रयत्न किया है। नाग पंचमी जैसे दिन नाग का पूजन जब हम करते हैं, तब तो हमारी संस्कृति की विशिष्टता पराकाष्ठा पर पहुंच जाती है। नाग को देव के रूप में स्वीकार करने में मनुष्य के हृदय की विशालता का हमें दर्शन होता है।