एस• के• मित्तल
सफीदों, नगर के जींद रोड स्थित नंदी गौसेवा धाम में गौमाता की पुजा व हवन करके गोपाष्टमी मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पार्षद एवं नंदी गौसेवा धाम के संचालक योगी दीपक चौहान ने की। इस मौके पर जुटे गौभक्तों ने हवन में आहुति डालकर क्षेत्र की सुख-शांति की कामना की। अपने संबोधन में योगी दीपक चौहान ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने आज ही के दिन छ: वर्ष की आयु में यशोदा मैया से आज्ञा लेकर नंगे पांव गौ माता को जंगलों में चराना शुरू किया था।
सफीदों, नगर के जींद रोड स्थित नंदी गौसेवा धाम में गौमाता की पुजा व हवन करके गोपाष्टमी मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर पार्षद एवं नंदी गौसेवा धाम के संचालक योगी दीपक चौहान ने की। इस मौके पर जुटे गौभक्तों ने हवन में आहुति डालकर क्षेत्र की सुख-शांति की कामना की। अपने संबोधन में योगी दीपक चौहान ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने आज ही के दिन छ: वर्ष की आयु में यशोदा मैया से आज्ञा लेकर नंगे पांव गौ माता को जंगलों में चराना शुरू किया था।
उसी काल से अष्टमी को गोपाष्टमी के रूप में हर वर्ष बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। गाय को सनातन धर्म की जड़ माना गया है क्योंकि गाय के अंदर 33 कोटि देवी-देवताओं का वास होता है। वैसे तो रोजाना ही गौ माता की सेवा की जाती है लेकिन इस दिन का विशेष महत्व रहता है। सनातन धर्म में गौ प्रेमी गौभक्त सुबह उठकर गौ माता की पूजा करते हैं। फिर उनको भोजन करवाकर गौमाता की परिक्रमा करते हैं। उसके बाद गौ धुली को अपने मस्तक पर लगाते हैं। इस प्रकार से सेवा करने से गौमाता मनुष्य के सभी कष्टों को हर लेती है
और मनुष्य का जीवन सुखमय होता है। दीपक चौहान ने बताया कि सफीदों के नंदी गौ सेवा धाम में लगभग चार सौ बेसहारा गौवंश की सेवा हो रही है। इस मौके पर पार्षद योगी दीपक चौहान के अलावा सन्नी सैनी, मनीष भारद्वाज, डिंपी माटा, गौरव शर्मा, रिंकू जांगडा, राकेश चौहान, साहिल, राम, अनिल चौहान, सागर, अमर, पं. सोमदत्त, बॉबी, अमित, प्रीतू व दीपक पुनिया मौजूद थे।