एस• के• मित्तल
सफीदों, विश्व हिंदू परिषद द्वारा हिंदू जागरण, हिंदू हित संवर्धन, राष्ट्र निर्माण एवं शक्ति संवर्धन के लिए धर्म रक्षा निधि समर्पण अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में समाज के हर वर्ग का सहयोग अपेक्षित है। पत्रकारों को जानकारी विश्व हिंदू परिषद जिला जींद उपाध्यक्ष अरविंद शर्मा ने बताया कि इस अभियान के लिए विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्त्ताओं की टोलियां घर-घर जाएंगी और लोगों ने धर्म रक्षा निधि संग्रहित करेंगी।
सफीदों, विश्व हिंदू परिषद द्वारा हिंदू जागरण, हिंदू हित संवर्धन, राष्ट्र निर्माण एवं शक्ति संवर्धन के लिए धर्म रक्षा निधि समर्पण अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में समाज के हर वर्ग का सहयोग अपेक्षित है। पत्रकारों को जानकारी विश्व हिंदू परिषद जिला जींद उपाध्यक्ष अरविंद शर्मा ने बताया कि इस अभियान के लिए विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्त्ताओं की टोलियां घर-घर जाएंगी और लोगों ने धर्म रक्षा निधि संग्रहित करेंगी।
धर्म की रक्षा के लिए हर व्यक्ति से निवेदन रहेगा कि वह यथाशक्ति दान करके संगठन के साथ मजबूत करें ताकि विश्व हिंदू परिषद द्वारा चलाए जा रहे सेवा कार्यों को सुचारू रूप से चलाया जा सके। संस्था में दिया गया अनुदान सहयोग हिंदू हित तथा राष्ट्र निर्माण संवर्धन में सहयोग करेगा। उन्होंने विश्व हिंदू परिषद द्वारा किए जा रहे कार्यों का जिक्र करते हुए बताया कि संस्था का प्रमुख उद्देश्य भावी पीढ़ी को संस्कारवान व नशामुक्त बनाना, समाज में समरसता स्थापित करना व बच्चियों को लव जिहाद से बचाना है।
इसके अलावा एकल विद्यालय योजना, चिकित्सा सुविधाएं, गौसेवा व गौ संवर्धन हेतु गौशालाओं का निर्माण एवं संचालन, सुदूर वनवासी क्षेत्र के बालक-बालिकाओं हेतु छात्रावास तथा वेद विद्यालय इत्यादि सेवा प्रकल्प सहित अर्चक पुरोहितों व कथावाचकों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है ताकि वे देश के सुदूर तथा विदेशस्थ हिंदूओं को भी उचित धार्मिक-सांस्कृतिक मार्गदर्शन दे सकें। संगठन के सफल प्रयासों से एकल विद्यालय, गौशालाएं, वेद विद्यालय, कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र, चिकित्सा केंद्र चलाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद भारत तथा विदेशस्थ हिंदुओं की एक धार्मिक सामाजिक संस्था है जिसकी स्थापना हिंदू धर्माचार्यों की प्रेरणा से 1964 में की गई। जिसका उद्देश्य सदैव शक्तिशाली व वैभवशाली समाज का निर्माण करना रहा ताकि हम अपने मान बिंदुओं व बंधु-बांधवों को सुरक्षित एवं समृद्धशाली बना सके। विश्व हिंदू परिषद द्वारा पिछले 58 वर्षों से किए जा रहे प्रयासों का आज धार्मिक व सामाजिक जीवन में परिणाम दिखाई देने लगा है।