हरियाणा के रोहतक निवासी प्रेम राजपूत बैथलॉन इवेंट में प्रतिष्ठित कैंडिडेट मास्टर ऑफ स्पोर्ट्स (सीएमएस) रैंक हासिल करने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय बन गए हैं। प्रेम राजपूत ने मात्र 25 साल की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की हैं। प्रेम पिछले पांच साल से इसके लिए अभ्यास कर रहे थे। 2017 में उन्होंने केटलबेल का अभ्यास शुरू किया था और उनका अभ्यास अब भी जारी है।
प्रेम ने बताया कि 2017 से पहले उनके दिल्ली के मित्र विनय सांगवान केटलबेल खेला करते थे। विनय सांगवान को देखकर उन्होंने भी खेलना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्होंने अपना अभ्यास नियमित रखा। अब वे सप्ताह में तीन दिन डेढ़-दो घंटे अभ्यास करते हैं। इसमें अभ्यास के एक दिन बाद रेस्ट जरूरी है।
29वीं आईजीएसएफ विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल विजेता प्रेम राजपूत
प्रेम ने जीता स्वर्ण पदक
प्रेम राजपूत ने 29वीं आईजीएसएफ विश्व चैंपियनशिप में भारत के लिए स्वर्ण जीता। यह प्रतियोगिता ग्रीस में आयोजित की गई। प्रतियोगिता के दौरान प्रेम ने 2 इवेंट में भाग लिया, जो संयुक्त रूप से बैथलॉन कहलाते हैं। पहली डबल केटलबेल जर्क थी, इसमें उन्होंने दो 24 किलो केटलबेल के साथ 10 मिनट तक नॉन स्टॉप प्रदर्शन किया और 76 रेप्स किए। दूसरे इवेंट में 24 किलो केटलबेल के साथ 117 रेप्स नॉन स्टॉप किए। दोनों स्पर्धाओं के संयुक्त स्कोर के आधार पर उन्होंने 65 किग्रा भारवर्ग के बैथलॉन में स्वर्ण जीता।
12 नेशनल और दो इंटरनेशनल मेडल जीत चुके हैं प्रेम
रोहतक शहर के झज्जर चुंगी स्थित विजय नगर निवासी प्रेम अभी तक 12 नेशनल मेडल और 2 इंटरनेशनल मेडल जीत चुके हैं। नेशनल स्पर्धा में एक ट्राफी भी अपने नाम की थी। इंटरनेशनल स्पर्धाओं की बात करें तो 2019 में मलेशिया में हुई एशियाई चैंपियनशिप में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था। वहीं अब 29वीं आईजीएसएफ विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है।
खुद खिलाड़ियों को कर रहे तैयार
प्रेम रोहतक में केटलबेल एथलीटों को पढ़ाते और तैयार करते हैं। आने वाले वर्षों में खेल को विकसित करने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए एथलीटों की तैयारी करने की योजना बना रहे हैं। अब तक उनके खिलाड़ी नेशनल प्रतियोगिताओं में भाग ले चुके हैं। उनकी ट्रेंड एक लड़की ने सिल्वर मेडल हासिल किया है।