जुलाना(जींद)। नशीले पदार्थ रखने के आरोप में जेल में बंद जुलाना निवासी पप्पी की मौत के दूसरे दिन भी स्वजनों ने शव का अंतिम संस्कार नहीं किया। शव का सोमवार को करीब चार बजे पीजीआई में पोस्टमार्टम किया गया था। 24 घंटे बीत जाने के बाद भी शव का अंतिम संस्कार नहीं किया गया।
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मंगलवार को पूरे दिन पंचायतों का दौर चलता रहा, लेकिन स्वजन पुलिस कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करने, 50 लाख रुपये का मुआवजा व एक सरकारी नौकरी की मांग पर अड़े रहे।मंगलवार को वार्ड चार की चौपाल में 12 गांवों की महापंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत की अध्यक्षता महीपाल ने की। पंचायत में विधायक के प्रतिनिधि नुमाइंदे रिनय राठी पहुंचे और परिवार को सरकार की तरफ से पांच लाख रुपये मुआवजा और डीसी रेट की नौकरी दिलवाने का आश्वासन दिया, लेकिन मृतक के स्वजन उसकी पिटाई करने वाले पुलिस कर्मियों पर एफआइआर की मांग पर अड़े रहे। डीएसपी धर्मवीर खर्ब भी पंचायत में पहुंचे और आश्वासन दिया कि जांच के बाद अगर कोई भी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी, लेकिन स्वजनों ने कहा कि पहल एफआइआर करो उसके बाद जांच
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जुलाना-हांसी मार्ग पर रखा शव
सोमवार को देर रात को भी शव को पुलिस थाने में लाया गया। जहां पर स्वजनों ने शव को जुलाना हांसी मार्ग रख दिया था और सड़क को जाम कर दिया था। बाद में डीएसपी रोहतास ढुल मौके पर पहुंचे और करीब 12 बजे जाम को खुलवाया। स्वजनों ने शव को वार्ड चार की चौपाल में फ्रीजर में रखवा दिया। स्वजनों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नही होती वो शव का अंतिम संस्कार नही करेंगे।