हरियाणा के जींद में पुलिस ने जिला नगर योजनाकार (DTP), एक सहायक और सेवानिवृत कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। तीनों पर कार्यालय में कार्यरत जेई को प्रताड़ित करने, जाति सूचक गालियां देने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में केस दर्ज किया गया था। तीनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां सुनवाई के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। केस दर्ज होने के डेढ़ महीने बाद गिरफ्तारी हुई है।
ये था मामला
जिला नगर योजनाकार कार्यालय में तैनात जेई नवीन कुमार ने एससी एसटी आयोग को भेजी शिकायत में बताया था कि जिला नगर योजनाकार के साथ कार्यालय सहायक अमित मलिक तथा सेवानिवृत कर्मचारी कृष्ण उस पर नाजायज काम करवाने के लिए दबाव बनाते हैं। जब वह मना करता है तो उसे जाति सूचक गालियां दी जाती है और मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जाता है।
उनकी रिपोर्ट से 1 करोड़ का जुर्माना
नरवाना में भी उसके साथ मारपीट करवाई गई थी। जिसकी वीडियो भी उसके पास है। वर्ष 2016 में मधुकारा डेवलपर्स रेजिडेंशियल पलोटिड ने हैबतपुर के पास 24 एकड़ में साइट काटी थी। जिसने लाइसेंस मिलने से पहले ही सड़कों का निर्माण कर दिया था। तत्कालीन डीटीपी ने कलोनाइज़र को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, लेकिन उसकी ट्रांसफर के बाद यहां आए नए डीटीपी ने मुख्यालय भेजी रिपोर्ट में उस साइट पर कोई निर्माण न होने की बात कही थी। जबकि उसने फोटो के साथ असल रिपोर्ट भेजी थी। जिस पर डेवलपर्स को एक करोड़ रुपए जुर्माना लगाते हुए निर्माण हटाने के आदेश दिए गए।
डीटीपी ने कार्यालय में बुलाकर बेइज्जती की
इसके अलावा भी इन अधिकारियों की मिलीभगत से कई अवैध काॅलाेनियां विकसित हुई। 8 दिसंबर 2021 को जिला नगर योजनाकार ने केबिन में बुला कर उसकी बेइज्जती की। एससी एसटी आयोग ने शिकायत पर संज्ञान लेते हुए जिला पुलिस को कार्रवाई के आदेश दिए थे।
25 मई को हुआ था केस दर्ज
जिस पर पुलिस ने गत 25 मई को जिला नगर योजनाकार अधिकारी, सहायक अमित मलिक तथा सेवानिवृत कर्मी कृष्ण के खिलाफ धमकी देने, एससी एसटी एक्ट समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। पुलिस ने मंगलवार को तीनों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
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