एस• के• मित्तल
सफीदों, नगर के जींद रोड स्थित नंदी गौसेवा धाम में गौभक्तों ने क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह का 115वां जन्मदिवस मनाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नंदी गौसेवा धाम के सचिव सन्नी सैनी ने की। वहीं नगर पार्षद गौभक्त योगी दीपक चौहान विशेष रूप से मौजूद रहे। इस मौके पर गौभक्तों ने शहीद भगत सिंह प्रतीमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
अपने संबोधन में योगी दीपक चौहान ने कहा कि शहीद भगत सिंह का जन्म 28 सितम्बर 1907 को पंजाब प्रांत के लायपुर जिले के बगा गांव में हुआ था। इनके पिता किशन सिंह भी क्रांतिकारी थे। भगत सिंह का एक ही सपना था कि अंग्रेजो से भारत देश को आजाद कराना। भगत सिंह में आजादी का जनून होना स्वभाविक भी था क्योंकि वे क्रांतिकारी परिवार से ताल्लुक रखते थे। भगत सिंह की 12 वर्ष की आयु के हुए थे कि जलियांवाला कांड ने उन्हें झकझोर कर रख दिया था। उसके बाद उन्होंने अपने साथियों के मिलकर 1926 में नौजवान भारत सभा का गठन किया और 17 दिसम्बर 1928 को सबने मिलकर साण्डर्स की हत्या कर दी। जिसमे अंग्रेजी हकुमत में खलबली मच मच गई। दिल्ली असेम्बली में बम फोडऩे पर पकड़े जाने पर में उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई और हंसते-हंसते फांसी का फंदा चूमते हुए देश के लिए अपने प्राण निछावर कर दिए। आज भगत सिंह करोड़ों युवाओं के प्रेरणास्रोत है और उन जैसे महान क्रांतिकारियों के कारण ही आज हम आजाद देश मे सांस ले रहे हैं।
उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे क्रांतिकारी शहीद भगत सिंहके जीवन चरित्र से प्रेरणा लें। इस मौके पर योगी दीपक चौहान के अलावा सन्नी सैनी, गौरव शर्मा, संदीप प्रजापत, मनीष भारद्वाज, अमर, सतीश कुमार, बॉबी, राहुल व अमित शर्मा आदि मौजूद थे।