गुरुग्राम, इंटरपोल ने गुरुग्राम में 30 करोड़ रुपये की लूटपाट के कथित मास्टरमाइंड गैंगस्टर विकास लगारपुरिया (Gangster Vikas Lagarpuria Arrested) को दुबई से गिरफ्तार किया है. यहां एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने कहा कि लगारपुरिया को वापस लाने के प्रयास जारी हैं. गैंगस्टर को भारत लाने की तैयारी की जा रही है. एसीपी (अपराध) प्रीत पाल सिंह सांगवान ने कहा, ‘‘हमारी अपराध इकाई और एसटीएफ ने करोड़ों रुपये की लूटपाट के मामले में गैंगस्टर लगारपुरिया को पूछताछ के लिए प्रोडक्शन वारंट पर लेने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है.’’
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7 साल से फरार लगारपुरिया के खिलाफ जारी है रेड कॉर्नर नोटिस
पिछले 7 साल से फरार लगारपुरिया के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने ‘रेड कॉर्नर’ नोटिस जारी किया था. हरियाणा एसटीएफ गुरुग्राम में 30 करोड़ रुपये की लूटपाट के मामले में उसकी तलाश कर रही थी. इस मामले में दो डॉक्टर, दिल्ली का एक पुलिसकर्मी और हरियाणा का भारतीय पुलिस सेवा (IPS) का एक अधिकारी आरोपी हैं.
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गुरुग्राम में लूटपाट की घटना पिछले साल 4 अगस्त की है
घटना पिछले साल चार अगस्त की है. आरोपी यहां सेक्टर 84 में एक फ्लैट में घुसकर 30 करोड़ रुपये नकद लेकर फरार हो गया था. फ्लैट से एक निजी कंपनी का ऑफिस संचालित हो रहा था. लगारपुरिया गिरोह के सदस्य अमित उर्फ मिट्टा, दिल्ली के नजफगढ़ निवासी, उत्तर प्रदेश के अभिनव और धरे को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके बाद उन्होंने गैंगस्टर के निर्देश पर नकदी लूटने की बात स्वीकार की.
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उनकी गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ ने डॉ सचिंदर जैन नवल और डॉ जीपी सिंह को गिरफ्तार कर लिया. जांच के दौरान एसटीएफ ने आईपीएस अधिकारी धीरज सेतिया की संलिप्तता का खुलासा किया, जिसे निलंबित कर दिया गया था. बाद में सेतिया और दोनों डॉक्टरों को मामले में जमानत मिल गई.