गांव सिल्लाखेड़ी में हुआ रामलीला का मंचन, पहले दिन सजा दशरथ का दरबार

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एस• के• मित्तल 

सफीदों,    उपमंडल के गांव सिल्लाखेड़ी में युवा ड्रामाटीक क्लब द्वारा रामलीला का मंच सजाया गया। रामलीला मंचन का शुभांरभ करने के लिए गांव के सरपंच अर्जुन ने रिबन काट कर किया। पहले दिन रामलीला के मंच पर राजा दशरथ का दरबार सजाया गया। मंच पर बड़े कलाकारों सहित बाल कलाकारों ने विभिन्न रूप धरकर अपनी प्रतिभा से दर्शकों के मन को मोह लिया।

आसपास के गांव के सहित गांव की सैंकड़ों महिलाएं रामलीला के मंचन को देखने पहुंची और लुप्त उठाया। सरपंच अर्जुन ने कहा कि दर्शकों को संबोधित करते हुए कहा कि रामलीला आदर्श जीवन शैली सिखाती है। हमे कठिन समय में भी धर्म और सत्य का साथ नहीं छोडऩा चाहिए। सत्य की जीत में विलंब हो सकता है, लेकिन सत्य हार नहीं सकता। उन्होंने आज के दौर में रामलीला के महत्व को बताते हुए कहा कि रामलीला मंचन कला सदियों पुरानी है। इसका मकसद भगवान राम के आदर्शों से प्रेरणा लेकर अपने जीवन को बेहतर बनाना है। रामलीला बताती है कि बुराई कितनी ताकतवर क्यों ना हो, लेकिन सत्य को हरा नहीं सकती।
उन्होंने युवाओं को कहा कि नशे जैसी बुराईयों पर भी जीत संभव है। युवाओं की इच्छाशक्ति के आगे सभी बुराईयां ढेर हो सकती है। महिलाओं को सम्मान देना हमारी पुरानी संस्कृति है। महिलाओं पर अत्याचार व दुराचार करने वालों का रावण के समान नाश हो जाता है। उन्होंने कहा कि समाज में हर नारी को सीता के सम्मान करना भी समाज को रामराज्य बनाने की दिशा में एक कदम हो सकता है। इस मौके पर क्लब की ओर से डायरेक्टर संदीप लठवाल, प्रमुख सदस्य अनिल शर्मा, ओमप्रकाश जैन उर्फ पप्पा, प्रेम लठवाल, संजय कुमार आदि के अलावा लोग मौजूद रहे।
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