एस• के• मित्तल
सफीदों, उपमंडल के गांव रत्ताखेड़ा में हरियाणा ज्ञान विज्ञान समिति के तत्वाधान में शहीद-ए-आजम भगत सिंह का जंयती एवं वीर शहीद दिवस मनाया गया। इस मौके पर गांव के लोगों ने शहीद भगत सिंह प्रतीमा पर पुष्पांजली अर्पित की।
सफीदों, उपमंडल के गांव रत्ताखेड़ा में हरियाणा ज्ञान विज्ञान समिति के तत्वाधान में शहीद-ए-आजम भगत सिंह का जंयती एवं वीर शहीद दिवस मनाया गया। इस मौके पर गांव के लोगों ने शहीद भगत सिंह प्रतीमा पर पुष्पांजली अर्पित की।
कार्यक्रम में समाजसेवी जयप्रकाश लुदाना व कामरेड राधेश्याम ने शहीद भगत सिंह के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 27 सितंबर 1907 को पंजाब के गांव बंगा में शहीद भगत सिंह का जन्म हुआ। उन्होंने देश के स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लिया। भगत सिंह का सपना जाति पाति एवं शोषण विहिन समाज का निर्माण करना था। भगत सिंह क्रांतिकारी देशभक्त नहीं बल्कि एक अध्ययनशील विचारक कलम के धनी दार्शनिक, चिंतक, लेखक व पत्रकार भी थे। उन्होंने कहा कि भगत सिंह जैसे देशभक्तों की बदौलत ही हमें आजादी मिली है और हमें उनके पद चिन्ह पर चलना चाहिए।
इस मौके पर हरियाणा ज्ञान विज्ञान समिति के प्रधान बालकिशन प्रजापत ने गांव मे ंएक लाइब्रेरी की शुरुआत करते हुए उसमें एक अलमारी और प्रगतिशील किताबों का संगृह भेंट किया। इस लाईबे्ररी में उपलब्ध किताबों में लोगों को शहीदों के नाम की गाथा की पढ़ने को मिलेगी। इस अवसर पर सीमा देवी, कृष्ण रंगा, गजे सिंह सिंहमार, महावीर सिंहमार, सतपाल सिंहमार, मुकेश रंगा, अमित रंगा व कैप्टन भीम सिंह मौजूद थे।