सांगियों ने हीर-रांझा की प्रेम कहानी को किया प्रदर्शित
एस• के• मित्तल
सफीदों, संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार एवं अखिल भारतीय सुमित्रा माता ग्रामीण विकास संस्था के संयुक्त तत्वावधान में उपमंडल के गांव बहादुरगढ़ की हरिजन चौपाल प्रांगण में हीर रांझा नामक हरियाणवीं स्वांग का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि विधायक सुभाष गांगोली ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता गांव के सरपंच प्रतिनिधि शमशेर ने की।
सफीदों, संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार एवं अखिल भारतीय सुमित्रा माता ग्रामीण विकास संस्था के संयुक्त तत्वावधान में उपमंडल के गांव बहादुरगढ़ की हरिजन चौपाल प्रांगण में हीर रांझा नामक हरियाणवीं स्वांग का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि विधायक सुभाष गांगोली ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता गांव के सरपंच प्रतिनिधि शमशेर ने की।
इस मौके पर विनोद बैरागी, बलजीत सिंह, डा. मदन, सुरेश बैरागी, विनोद शर्मा व रामफल फौजी विशेष रूप से मौजूद थे। संस्था के सचिव विजय कुमार ने आए हुए अतिथियों का अभिनंदन किया। सांगी संजीव, सुल्तान व रफीक समेत अनेक कलाकारों ने अपनी हरियाणवीं कला के जौहर दिखाकर सभी का मन मोह लिया। कलाकारों ने इस स्वांग के माध्यम से हीर-रांझा की प्रेम कहानी को दर्शकों के सम्मुख प्रदर्शित किया।
अपने संबोधन में विधायक सुभाष गांगोली ने कहा कि पहले समय में जब मनोरंजन के इलैक्ट्रोनिक साधन नहीं हुआ करते थे तो उस वक्त इस प्रकार सांग के कार्यक्रम आयोजित करके लोगों को मनोरंजन के साथ-साथ वीर पुरूषों, वीरांगनाओं व महापुरूषों के जीवन चरित्र से अवगत करवाया जाता था। धीरे-धीरे समय बदला और इस प्रकार की कलाओं का महत्व कम होता चला गया। आज सांग की कला या परंपरा लुप्त होने के कगार पर है लेकिन आयोजक इस कला को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रही है जोकि अत्यंग प्रशंसनीय है। उन्होंने उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि वे अपनी पुरातन परंपराओं से जुड़े।