हरियाणा जनचेतना पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा रविवार को हिसार में ब्राह्मण सभा के कार्यक्रम में पहुंचे। विनोद शर्मा ने मंच से कहा कि कार्तिकेय शर्मा राज्यसभा सांसद बने, क्योंकि आप सबकी भावनाएं उससे जुड़ी हुई थीं। इस चुनाव में कांग्रेस को छोड़कर सभी ने साथ दिया। उसकी जीत के बाद बहुत से लोगों को ईर्ष्या हुई, लेकिन जिन लोगों ने साथ दिया, उनका साथ दूंगा और उनके लिए आपका साथ भी मांगूंगा।
विनोद शर्मा ने कहा कि कुलदीप बिश्नोई ने कार्तिकेय शर्मा को वोट दिया। इसकी वजह से उसे कांग्रेस छोड़नी पड़ी। कुलदीप ने अंतरात्मा की आवाज को सुना। उप चुनाव तो पहले भी बहुत होते आए हैं, परंतु इस उप चुनाव में सब ताकतें पूरे जोर के साथ उतर रही हैं कि कुलदीप बिश्नोई को हराया जाए, क्योंकि कार्तिकेय शर्मा को वोट दिया। शर्मा ने कहा कि क्या मेरा फर्ज नहीं बनेगा कि मैं उसकी मदद न करूं।
आज मदद नहीं करते तो कल कोई भी हमारी मदद नहीं करेगा। इसलिए सोच विचार आपने करना है, इतिहास में कई चीजें लिखी जाती हैं। हरियाणा में अगले दो साल बाद चुनाव होंगे। इसकी तैयारी में सभी राजनीतिक पार्टियां लग चुकी हैं। रणनीति वह होनी चाहिए, जो हमारे फायदे के लिए हो। आदमपुर में भजन लाल के परिवार और भाजपा से जो भी चुनाव लड़ेगा, वह आदमपुर उप चुनाव जीतेगा। मैं कुलदीप के लिए प्रचार करूंगा।
यह था पूरा मामला
हरियाणा राज्यसभा चुनाव में 2 सीटों के लिए 3 उम्मीदवार मैदान में थे। चुनाव में भाजपा उम्मीदवार कृष्ण पंवार की जीत तय थी, परंतु निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा और कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन के बीच मुकाबला था। कुलदीप बिश्नोई ने निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा के समर्थन में क्रॉस वोटिंग कर दी, जबकि एक कांग्रेसी विधायक का वोट रद्द हो गया।
राज्यसभा चुनाव में 90 विधायक थे। एक वोट की वैल्यू 100 होती है। राज्यसभा चुनाव के फॉर्मूले के अनुसार 1 वोट कांग्रेस का रद़द हो गया। निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने किसी को वोट नहीं दिया। 88 वोट काउंट होने के हिसाब से कृष्ण लाल पंवार को जीत के लिए 29.34 वोट चाहिए थे, लेकिन उन्हें 31 वोट मिले। उनके हिस्से में आए 1.67 वोट निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा को चले गए।
उन्हें कुल 29 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस का एक वोट रद्द हो जाने से माकन को भी 29 वोट मिले थे। इस हिसाब से पंवार को 2934 वैल्यू, कार्तिकेय को 2966 और माकन को 2900 वैल्यू मिली, जिसके आधार पर पंवार और कार्तिकेय को विजयी घोषित कर दिया गया।