पहले भी गिर गया था खानसर चौंक का स्वागत द्वार
एस• के• मित्तल
सफीदों, नगर की पुरानी अनाज के दोनों ओर बने स्वागत द्वार किसी भी ढह सकते है, क्योंकि इन स्वागत द्वारों के बीचोबीच मोटी दरारेें आ गई हैं। सबसे ज्यादा चिंताजनक स्थित रेलवे रोड साईड के स्वागत द्वार की है। स्वागत द्वार की छत के बीचोबीच आई दरार से लोगों खासकर यहां के निवासियों में दहशत का माहौल है। अगर यह स्वागत द्वार गिर जाता है तो बड़ा हादसा घटित हो सकता है।
इस मामले को लेकर वीरवार को पीडब्ल्यूडी के एसडीओ अजय कटारिया व नगरपालिका के जेई अंकित ने अपनी टीम के साथ मौके का मुआयना किया है। बता दें कि पिछली पालिका के कार्यकाल में लाखों रूपए की मोटी लागत से सफीदों नगर के खानसर चौंक पर एक तथा पुरानी अनाज मंडी में दो में 3 स्वागत द्वार बनाए गए थे। इन स्वागत द्वारों को पत्थरों की कसीदाकारी करके बनाया गया था। जिसमें से खानसर चौंक वाला एक स्वागत द्वारा तो निर्माणाधीन अवस्था में भरभराकर गिर गया था लेकिन गनीमत तो यह रही थी कि उस दौरान उस गेट के नीचे को कोई नहीं गुजर रहा था अन्यथा कोई बड़ा हादसा घटित हो सकता था। बाकी बचे पुरानी अनाज मंडी के दोनों स्वागत द्वारों की कमोबेश स्थिति वैसी ही थी। इनके निर्माण के बाद से ही इनके गिर जाने की आशंका जाहिर की जाने लगी थी। अब इन दोनों गेटों के जो दरारे पहले बारिक थी अब वे मोटी होने लगी है और इनके किसी भी वक्त गिर जाने की अंदेशा पैदा हो गया है। बताया जाता है कि इन गेटों के निर्माण में भारी अनियमिम्त्ताएं बरती गई है। इन गेटों को आपस में जोडऩे के लिए कोई सरिया व सिमेंट वगैरह उपयोग ना करके केवल पत्थरों को काटकर आपस में जोड़ा गया है। जैसे ही इन गेटों के नीचे से कोई भारी वाहन निकलता है तो भारी कंपन पैदा होती है और जोड़ सहीं ना होने के कारण इनमें मोटी दरार आ गई है और इनके किसी भी वक्त गिरने की आशंका पैदा हो गई है। सबसे ज्यादा डर उस वक्त लगता है जब कोई ऊंची हाईट का वाहन इसके नीचे से गुजरता है। अगर वाहन का ऊपरी हिस्सा जरा सा भी इस स्वागत गेट से टकरा गया तो इसके भरभराकर नीचे गिरने की संभावनाएं प्रबल हैंद्ध यहां के निवासियों व राहगीरों का कहना है कि अगर गेटों के ऊपर वाले हिस्से को जल्द ही उतारा गया तो कोई भी बड़ा जानमाल का नुकसान हो सकता है। उन्होंने मौके पर पहुंचे अधिकारियों से मांग की कि इन गेटों को जल्द से जल्द ढहा दिया जाए ताकि कोई बड़ी अनहोनी घटित हो। प्रशासन व पालिका को खानसर चौंक पर हुई स्वागत द्वार गिरने की घटना से सबक लेना चाहिए।
चल रही है पालिका घोटाले की जांच
पिछले नगरपालिका के कार्यकाल के दौरान विकास कार्यों के लिए आई 35 करोड़ की राशी में गोलमाल की जांच पिछले काफी लंबे समय से चल रही है। सफीदों के इतिहास में विकास कार्यों के शायद ही इतनी मोटी रकम पहले कभी आई हो। यहां के समाजसेवी एवं भाजपा नेता रामदास प्रजापत इस घोटले की जांच और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर दो बार नगर के महाराजा अग्रसैन चौंक पर आमरण अनशन कर चुके हैं। इसके अलावा पूर्व पार्षद प्रवीन बंसल व आरटीआई कार्यकत्र्ता प्रदीप गर्ग उच्चस्तरीय जांच व कार्रवाई की मांग की चुके हैं। रामदास प्रजापत का कहना है सफीदों पालिका के विकास कार्यों में व्याप्त भ्रष्टाचार आज पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है। कोई भी विकास कार्य बिना कमीशनखोरी के नहीं हुआ। हरियाणा सरकार ने नगरपालिका को विकास कार्यों के लिए लगभग 35 करोड़ रुपए दिए, मगर उच्चाधिकारियों ने पालिका द्वारा कराए गए विकास कार्यों का फीडबैक नहीं लिया और सरकार की ओर से भी कमीशनखोर अधिकारियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया। इस घोटाले की जांच कछुआ चाल के साथ चल रही है और यह जांच कब पूरी होगी इसका कोई अनुमान नहीं है।
क्या कहते हैं पीडब्ल्यूडी के एसडीओ
इस मामले में पीडब्ल्यूडी के एसडीओ अजय कटारिया का कहना है कि दरारों को देखते हुए इस गेट को ऊपरी हिस्से को जल्द हटानाआवश्यक है। यही सुझाव उन्होंने नगर पालिका की ओर से आए अधिकारियों को दिया है।
क्या कहते हैं पालिका के जेई
इस मौके पर पहुंचे पालिका जेई अंकित ने बताया कि गेटों की स्थिति चिंताजनक है। जल्द ही पुरानी अनाज मंडी के दोनों गेटों को ऊपरी हिस्से को जल्द ही हटाया जाएगा ताकि किसी अनहोनी से बचा जा सके।
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