3 घंटे पहलेलेखक: रउफ डार
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कश्मीर में पारसी न्यू ईयर नवरोज मनाया गया। इस दिन लोगों ने लीच थेरेपी कराई। यह 600 साल पुरानी परंपरा है। कश्मीर में इस परंपरा को ‘डेरखे’ कहते हैं। मान्यता है इससे स्किन से जुड़ी बीमारियां ठीक हो जाती हैं। यूनानी मेडिसिन प्रेक्टिशनर साल में 2 बार शरद और वसंत ऋतु में लीच थेरेपी कराने की सलाह देते हैं। लीच थेरेपी का वीडियो देखने के लिए ऊपर लगे फोटो पर क्लिक करें।
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