मिली जानकारी के अनुसार, इंद्रा कालोनी निवासी 27 वर्षीय युवक रवि को करीब एक सप्ताह पहले चोट लगी थी। हालत खराब हुई तो परिजन युवक को कल्पना चावला मेडिकल अस्पताल में लाए। परिजनों की मानें तो वे तीन दिन तक अस्पताल में इलाज के लिए चक्कर काटते रहे। डॉक्टरों ने लापरवाही बरती और युवक को दाखिल तक नहीं किया, लेकिन रात को ट्रीटमेंट जरूर दिया गया। जैसे ही ट्रीटमेंट दिया गया और उसके बाद वह घर पहुंचा तो उसकी हालत बिगड़ गई। फिर वे उसे दोबारा अस्पताल में लेकर आए।
![मेडिकल कॉलेज में विलाप करते परिजन।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2022/09/06/3_1662454931.jpg)
मेडिकल कॉलेज में विलाप करते परिजन।
इंजेक्शन देने के बाद हुई हालत खराब
परिजनों ने आरोप लगाया है कि वे सोमवार शाम को रवि को अस्पताल में लेकर आए थे। जैसे ही रवि को इंजेक्शन दिया गया तो वह ठंडा होता चला गया। परिजनों ने बताया कि एक सप्ताह पहले रवि को चोट लगी थी। इसी दौरान रवि ने दही खा ली थी, जिसके बाद हाथ में सूजन आनी शुरू हो गई थी और वे उसे अस्पताल में लेकर पहुंच गए थे। सोमवार को हालत ठीक थी और हाथ पकड़ कर चल फिर भी रहा था। रात को भी हालत खराब हो गई थी।
![मेडिकल कॉलेज से शव को ले जाते परिजन।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2022/09/06/2_1662455018.jpg)
मेडिकल कॉलेज से शव को ले जाते परिजन।
पुराने अस्पताल में जब रवि को इंजेक्शन दिया गया, तब और भी हालत बिगड़ गई। दाखिल न किए जाने पर परिजन रवि को आज सुबह तीन बजे घर ले गए थे, लेकिन हालत बिगड़ती चली गई और रवि की मौत हो गई। उसके बाद वे रवि को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टराें ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया और डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए। परिजनों ने बताया कि रवि के दो बच्चे भी हैं।
![मेडिकल कॉलेज में विलाप करती मृतक की पत्नी।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2022/09/06/_1662455070.jpg)
मेडिकल कॉलेज में विलाप करती मृतक की पत्नी।
पहले भी आ चुके लापरवाही के कई मामले
बता दें कि कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में लापरवाही का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगे हैं, लेकिन किसी डॉक्टर पर कोई कार्रवाई नहीं होती। परिजन न्याय का इंतजार करते-करते थक जाते हैं।
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