बस पश्चिम बंगाल से पर्यटकों को लेकर बस जिले के पंचलिंगेश्वर मंदिर की ओर जा रही थी
ओडिशा के बालासोर जिले में बस चलाते समय दिल का दौरा पड़ने से ड्राइवर की मौत हो गई, लेकिन समय पर वाहन रोकने से 60 से ज्यादा यात्रियों की जान बच गई। यह घटना मंगलवार सुबह जिले के पातापुर चक में हुई।
पुलिस ने बताया कि पश्चिम बंगाल से पर्यटकों को लेकर बस जिले के पंचलिंगेश्वर मंदिर की ओर जा रही थी, तभी ड्राइवर को दिल का दौरा पड़ा। दर्द महसूस होते ही ड्राइवर ने बस को सड़क के किनारे रोक दिया और बेहोश हो गया। घबराए यात्रियों ने स्थानीय लोगों को बुलाया, जिन्होंने नजदीकी अस्पताल में पहुंचाया। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
27 अक्टूबर को बस ड्राइवर ने मौत से पहले 48 लोगों की जान बचाई
ओडिशा में 27 अक्टूबर को भी एक बस ड्राइवर को बस चलाते वक्त हार्ट अटैक आ गया। इस हार्ट अटैक से वो खुद तो बच नहीं पाया, लेकिन अपनी सूझबूझ से उसने 48 लोगों की जिंदगी बचा ली। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, बस ड्राइवर सना प्रधान को अचानक सीने में दर्द होने लगा, जिसके कारण उसने स्टीयरिंग पर कंट्रोल खो दिया। ऐसे में हादसा होने की आशंका थी। दर्द के बावजूद ड्राइवर ने सूझबूझ दिखाई और स्टीयरिंग को एक दीवार की तरफ मोड़ दिया।
इससे बस दीवार से टकराकर रुक गई और एक बड़ा हादसा होने से बच गया। बस ड्राइवर को इसके बाद हॉस्पीटल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। ड्राइवर की मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया।
पुलिस ने बताया कि ड्राइवर सना प्रधान को एहसास हो गया था कि वह बस नहीं चला पाएगा।
कंधमाल से यात्रियों को लेकर रोज रात में भुवनेश्वर जाती है बस
पुलिस ने बताया था कि सना प्रधान मां लक्ष्मी नाम की निजी बस के ड्राइवर थे। ये बस हर रोज रात में यात्रियों को लेकर कंधमाल से भुवनेश्वर जाती है। घटना के बाद दूसरे ड्राइवर ने बस यात्रियों को भुवनेश्वर पहुंचाया। वहीं सना प्रधान के शव को पोस्टमॉर्टम के बाद उनके परिवार को सौंप दिया गया।
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हरियाणा में चलती बस में ड्राइवर को हार्ट अटैक: फुटपाथ पर टकराई, कंडक्टर ने 3 किमी बाद रोकी
हरियाणा के करनाल में चलती रोडवेज बस में ड्राइवर को हार्ट अटैक आ गया। जिससे बस बेकाबू होकर फुटपाथ से टकरा गई। उस वक्त बस ड्राइवर प्रताप का पैर ऐक्सलरेटर पर था, जिससे बस तेजी से दौड़ रही थी।