आचार्यश्री ने कहा था-लोगों का पुण्य मुझे खींच लाया है: समाधि से दो दिन पहले दिए थे दर्शन; अनुयायी बोले-जैसा आर्शीवाद देते,वैसा लगता था – Chhattisgarh News

 

आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने 17 फरवरी को दोपहर 2:35 बजे महासमाधि ली थी। शुद्धिकरण के बाद अस्थि कलश उसी जगह पर रखा गया है, जहां आर्चायश्री ब्रह्मलीन हुए थे। देशभर से अनुयायी और श्रद्धालु कलश के दर्शन करने आ रहे हैं। गुरुवार (22 फरवरी) शाम तक उत्तराधिकारी मुनि समय सागर महाराज डोंगरगढ़ पहुंचेंगे।

 

आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने समाधि लेने से दो दिन पहले

.
शादी के बाद महिला को नौकरी से निकालना लैंगिक असमानता: पूर्व आर्मी नर्स के पक्ष में SC का फैसला; केंद्र को आदेश- 60 लाख मुआवजा दें

.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!