- सुबे गुर्जर पर गुड़गांव, मेवात, रेवाड़ी, पलवल व दिल्ली में हत्या समेत कुल 42 आपराधिक केस दर्ज हैं।
- फिलहाल वह जेल में सजा काट रहा है।
- सुबे गुर्जर को एसटीएफ की टीम ने गत वर्ष गिरफ्तार कर लिया था।
मानेसर क्षेत्र स्थित गांव बार गुर्जर निवासी गैंगस्टर सुबे गुर्जर अवैध निर्माण पर गुरुवार को मानेसर निगम के अधिकारियों ने पीला पंजा चला दिया। सुबे गुर्जर पर गुड़गांव, मेवात, रेवाड़ी, पलवल व दिल्ली में हत्या समेत कुल 42 आपराधिक केस दर्ज हैं। यही नहीं सूबे गुर्जर पर इससे पहले गुड़गांव पुलिस ने सम्पत्ति कुर्क करने की कार्रवाई भी की थी। सूबे गुर्जर पर पुलिस ने पांच लाख रुपए का ईनाम भी घोषित किया था।
हालांकि फिलहाल वह भोंडसी जेल में बंद है, उसे एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार किया था। हालांकि ग्रामीणों ने बताया कि उसकी कोठी में कोई नुकसान नहीं किया गया, बल्कि उसके चार दीवारी की एक तरफ की बाउंड्रीवॉल में जेसीबी से तोड़फोड़ की गई। इस दौरान 200 से अधिक पुलिस कर्मी भी उपस्थित रहे।हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पंजाब सहित कई राज्यों की पुलिस के लिए परेशानी का सबब बने कुख्यात गैंगस्टर सुबे गुर्जर को एसटीएफ की टीम ने गत वर्ष गिरफ्तार कर लिया था। सुबे पर हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, डकैती, अपहरण, फिरौती सहित कुल 42 केस दर्ज है। कई संगीन मामलों के चलते गुड़गांव पुलिस ने 5 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। इससे पहले फरवरी 2019 के दौरान सुबे की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू की गई थी तो परिजनों ने स्टे ले लिया था। पिछले कुछ सालों से गांव बार गुर्जर निवासी सूबे गुर्जर का गुड़गांव ही नहीं बल्कि आसपास के इलाकों में आतंक बना हुआ है। टॉप-10 मोस्ट वांटेड की सूची में सुबे गुर्जर का नाम सबसे ऊपर था।
इसके पीछे स्पेशल टास्क फोर्स की टीम भी लगी हुई थी। ग्रामीणों ने किया विरोध, पुलिस मौके पर मौजूदवहीं सुबे गुर्जर की कोठी में तोड़फोड़ के दौरान बार गुर्जर गांव के लोगों ने विरोध किया। कार्रवाई के दौरान महिलाओं ने कहा कि यह कोठी अकेले सुबे की नहीं है। इसमें पांच भाई-बहन हिस्सेदार है। दो भाई, दो बहन व सुबे की मां इस प्रोपर्टी की मालिक हैं। ऐसे में पूरी कोठी को तोड़ना पूरी तरह गलत है। देर रात तक पुलिस बल भी गांव में तैनात रहा। हालांकि देर रात तक जेसीबी भी गांव में ही खड़ी रही।
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