एसडीएम ने आश्वासन देकर तालाबंदी खुलवाई
एस• के• मित्तल
सफीदों, उपमंडल के गांव सिल्लाखेड़ी में सोमवार को गांव के राजकीय उच्च विद्यालय में कार्यरत्त एक अध्यापक के समर्थन में ग्रामीणों ने स्कूल को ताला जड़ दिया। तालाबंदी की सूचना पाकर एसडीएम आईएएस डा. आनंद कुमार शर्मा मौके पर पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन देकर स्कूल के मुख्य गेट का ताला खुलवाया। गौरतलब है कि इस विद्यालय के अध्यापक संजय पर एक अभिभावक ने आरोप लगाया था कि उसकी प्राईमरी में पढऩे वाली 7 वर्षीय बच्ची की डंडों से पिटाई की है।
सफीदों, उपमंडल के गांव सिल्लाखेड़ी में सोमवार को गांव के राजकीय उच्च विद्यालय में कार्यरत्त एक अध्यापक के समर्थन में ग्रामीणों ने स्कूल को ताला जड़ दिया। तालाबंदी की सूचना पाकर एसडीएम आईएएस डा. आनंद कुमार शर्मा मौके पर पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन देकर स्कूल के मुख्य गेट का ताला खुलवाया। गौरतलब है कि इस विद्यालय के अध्यापक संजय पर एक अभिभावक ने आरोप लगाया था कि उसकी प्राईमरी में पढऩे वाली 7 वर्षीय बच्ची की डंडों से पिटाई की है।
अभिभावक की शिकायत पर सफीदों पुलिस ने अध्यापक के खिलाफ 4 मई को भादस की धारा 323 व 75 जेजे एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। तालाबंदी कर रहे ग्रामीणों का कहना था कि इस मामले दर्ज होने से गांव में माहौल खराब हो रहा है तथा गुरू-शिष्य परंपरा को भी कहीं ना कहीं ठेस पहुंच रही है। कोई भी अध्यापक अगर किसी बच्चे को डाट-फटकार लगाता है या थोडी-बहुत पिटाई भी कर देता है तो वह अपने शिष्य के भविष्य व भलाई के लिए करता है। ऐसे में अभिभावकों को इस तरह से मुखर होकर मुकद्दमेबाजी में नहीं पडऩा चाहिए। ग्रामीणों का कहना था कि अध्यापक बच्ची के परिजनों से माफी भी मांग चुका है। गांव के मौजिज लोग भी उस अभिभावक को समझा चुके हैं तथा माफी भी मांग चुके है लेकिन वह टस से मस नहीं हो रहा है। गुरू-शिष्य परंपरा को बनाए रखने व गांव का माहौल बेहतर रखने के लिए इस मामले में सद्भावनापूर्वक समझौता हो जाना चाहिए।
ग्रामीणों का कहना था कि अध्यापक संजय बेहतरीन अध्यापकों में से एक है। उन्होंने स्कूल को चार चांद लगाते हुए यहां पर शिक्षा के स्तर को सुधारा है। इस स्कूल में पहले करीब सिर्फ 75 बच्चे ही हुआ करते थे। अध्यापक संजय ने खुद मेहनत करके अभिभावकों को अपने बच्चों को इस स्कूल में दाखिल करवाने के लिए मनाया। आज उनकी मेहनत का ही परिणाम है कि इस स्कूल में बच्चों की संख्या अब 15ख्0 से ऊपर हो गई है और बच्चे यहां पर बेहतरीन शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। अगर यह अध्यापक यहां से चला गया तो इस स्कूल व गांव के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बात होगी। ग्रामीणों का कहना था कि इस मामले में गांव में कई पंचायतें हो चुकी है लेकिन पंचायत में बार-बार बुलाए जाने पर भी बच्ची के परिजन पंचायत में नहीं आएं। ग्रामीणों ने प्रशासन को चेताया कि जब तक अध्यापक के खिलाफ दर्ज मामला वापिस नहीं ले लिया जाता तब तक हर रोज स्कूल की तालाबंदी की जाएगी।
मौके पर पहुंचे एसडीएम आईएएस डा. आनंद कुमार शर्मा ने ग्रामीणों का आश्वस्त किया कि वे बारे में पुलिस अधिकारियों से बात करेंगे तथा कोई ना कोई समाधान निकाला जाएगा। जिस पर ग्रामीणों ने स्कूल का ताला खोल दिया लेकिन प्रशासन को मंगलवार सुबह 11 बजे तक समय देते हुए कहा कि अगर तय समय सीमा में अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ वे फिर से स्कूल गेट को ताला लगाएंगे।