हरियाणा के अंबाला में जन्माष्टमी की तैयारियों जोरों से चल रही हैं। मंदिरों को फूल-मालाओं और लाइट से भव्य तरीके से सजाया जा रहा है। इस बार जन्माष्टमी की तिथि को लेकर श्रद्धालुओं में संशय जरूर बना हुआ है, लेकिन अंबाला जिले में 18 अगस्त यानी गुरुवार को श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
मंदिरों में जन्माष्टमी की अंतिम चरण में तैयारियां चल रही हैं। राधा-कृष्ण जी को रंग बिरंगी पोशाक, बांसुरी और मुकुट के साथ सजाया गया है। अंबाला कैंट स्थित श्री सनातन धर्म मंदिर में कान्हा जी का झूला लगाने के साथ-साथ आकर्षित झांकियां निकाली जाएंगी। वहीं, ECHS कॉलोनी स्थित श्री राधा-कृष्ण मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया है।
श्री राधा-कृष्ण मंदिर में विराजमान कान्हा जी।
18 अगस्त को मनाई जाएगी जन्माष्टमी
श्री राधा-कृष्ण मंदिर के पुजारी सतीश प्रसाद ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद माह की अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इस बार जन्माष्टमी तिथि और नक्षत्र को लेकर भ्रम की स्थिति बनी होने से कुछ लोग 18 तो कुछ 19 अगस्त को जन्माष्टमी मना रहे हैं, लेकिन जरूरी नहीं कि हर साल जन्माष्टमी के दिन रोहिणी नक्षत्र आए। अष्टमी का महत्व देखा जाता है। इसलिए 18 अगस्त को जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। मंदिर में तैयारियों जोरो पर चली हुई हैं।
भव्य तरीके से सजाया गया श्री राधा-कृष्ण मंदिर।
18 अगस्त की रात 12:20 से 1:05 तक पूजा का शुभ मुहूर्त
सनातन धर्म मंदिर के पुजारी बुद्धि बल्लभ ने बताया कि 18 अगस्त को श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। 18 अगस्त गुरुवार की रात 9:21 से अष्टमी तिथि शुरू हो रही है, 19 अगस्त 2022 शुक्रवार की रात 10.50 अष्टमी तिथि का समाप्त हो जाएगी। 20 अगस्त यानी शुक्रवार रात 1:52 बजे पर रोहणी नक्षत्र लग रहा है। इसलिए 18 अगस्त की रात 12:20 से लेकर 1:05 बजे तक का समय पूजा के लिए सबसे शुभ है। बताया कि मंदिर में भगवान श्री कृष्ण की सुंदर-सुंदर झांकियां निकाली जाएंगी। इतना ही नहीं, इनके साथ रास लीला, रामेश्वर शिवलिंग की स्थापना की जाएगी और रुद्राभिषेक किया जाएगा।
जन्माष्टमी पूजा शुभ मुहूर्त
श्री कृष्ण पूजा का शुभ मुहूर्त 18 अगस्त रात्रि 12:20 से 01:05 तक।
– पूजा अवधि- 45 मिनट
व्रत पारण समय- 19 अगस्त रात्रि 10:59 मिनट के बाद तक।