एस• के• मित्तल
सफीदों, सफीदों के हाट रोड़ का एक दुकानदार राजेश कुमार सड़क पर गिरी मिली राशी को उसके असली मालिक तक पहुंचाने के लिए पिछले 5 दिन से संघर्षरत्त है लेकिन उसे इस राशी का मालिक नहीं मिल पाया है। हजारों रूपए की मिली राशि को उसके सही मालिक तक पहुंचाने के लिए राजेश ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी और अपनी दुकान जमीदार खल भंडार हाट रोड सफीदों का पता भी सांझा किया है।
सफीदों, सफीदों के हाट रोड़ का एक दुकानदार राजेश कुमार सड़क पर गिरी मिली राशी को उसके असली मालिक तक पहुंचाने के लिए पिछले 5 दिन से संघर्षरत्त है लेकिन उसे इस राशी का मालिक नहीं मिल पाया है। हजारों रूपए की मिली राशि को उसके सही मालिक तक पहुंचाने के लिए राजेश ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी और अपनी दुकान जमीदार खल भंडार हाट रोड सफीदों का पता भी सांझा किया है।
दुकानदार राजेश ने जानकारी देते हुए बताया है कि 29 दिसंबर को जब वह अपनी दुकान के बाहर बैठा हुआ था तो इसी दौरान सड़क पर उसे यह नगदी पड़ी दिखाई दी। उसने इस नकदी को उठाकर अपने पास रख लिया लेकिन काफी देर तक वह यह देखता रहा कि कोई अपने पैसे ढूंढने के लिए उसकी दुकान के आसपास आए लेकिन अब 5 दिन बीत जाने के बावजूद भी इस राशी को लेने के लिए उसके पास कोई नहीं आया है।
राजेश का कहना है कि वह इस संबंध में काफी प्रयास कर चुका है लेकिन सारे प्रयास निरर्थक रहे। अब उसने इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर जारी की है। राजेश ने फिलहाल उसके पास कितने रुपए हैं, उसकी जानकारी सांझा नहीं की है। राशी ने राशि हजारों रूपयों में बताई है। राजेश का कहना कि जिस भी व्यक्ति के ये रूपए गिरे हैं, वह अमाऊंट व नोटों की पहचान बताकर उसके पास से ले जा सकता है।