एस• के• मित्तल
सफीदों, सफीदों शहर स्थित श्री रविदास मंदिर में शनिवार को गुरू रविदास जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि सफीदों विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रहे पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने शिरकत की। वहीं नगर पार्षद कपिल शर्मा विशेष तौर पर उपस्थित रहे। रविदास समाज के लोगों ने पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य का फूलों की मालाओं के साथ जोरदार अभिनंदन किया। पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने संत रविदास की प्रतीमा पर माल्यार्पण करके उनके सम्मुख शीश झुकाया। अपने संबोधन में बचन सिंह आर्य ने कहा कि गुरु रविदास जी महान संत, दार्शनिक, कवि और समाज सुधारक थे।
सफीदों, सफीदों शहर स्थित श्री रविदास मंदिर में शनिवार को गुरू रविदास जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि सफीदों विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रहे पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने शिरकत की। वहीं नगर पार्षद कपिल शर्मा विशेष तौर पर उपस्थित रहे। रविदास समाज के लोगों ने पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य का फूलों की मालाओं के साथ जोरदार अभिनंदन किया। पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने संत रविदास की प्रतीमा पर माल्यार्पण करके उनके सम्मुख शीश झुकाया। अपने संबोधन में बचन सिंह आर्य ने कहा कि गुरु रविदास जी महान संत, दार्शनिक, कवि और समाज सुधारक थे।
उनका मानना था कि इंसान जाति व धर्म से नहीं जाना जाता बल्कि वह अपने कर्मों के द्वारा जाना व पहचाना जाता है। उन्होंने सदैव मनुष्य को सद्कर्म के लिए प्रेरित किया। संत शिरोमणि गुरु रविदास जी सामाजिक समरसता के प्रतीक रहे है। संत रविदास जी ने सदैव मानवता की भलाई के लिए कार्य किए और उनके द्वारा प्रकट किए गए उद्गार आज के दौर में भी प्रासंगिक हैं। समस्त समाज को चाहिए कि वे संत शिरोमणी रविदास जी की शिक्षाओं को अपने जीवन में आत्मसात करें तथा समाज में आपसी भाईचारा व सौहार्द कायम करें। कार्यक्रम के समापन पर अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
वहीं मंदिर परिसर में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। भंडारे में सैंकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर नगर पार्षद कपिल शर्मा, जयकरण सोलंकी, रामकुमार सोलंकी, लख्मीचंद सोलंकी, सतबीर सोलंकी, श्यामलाल चोपड़ा, कपिल शर्मा, जगदीश भुक्कल, कृष्ण सोलंकी, भीम सोलंकी, राजेश सोलंकी, मास्टर योगेश चोपड़ा, ओमप्रकाश चोपड़ा, हवा सिंह चोपड़ा, जय सिंह चोपड़ा व प्रहलाद सिंह चोपड़ा भी मौजूद थे।