एक गलती पड़ गई भारी, हिसार के यूनियन बैंक लूटने वाले आरोपितों तक ऐसे पहुंची पुलिस

हिसार। हिसार के आजाद नगर क्षेत्र में यूनियन बैंक की शाखा से 16.19 लाख की डकैती के मामले में बदमाशों में से सोनीपत के नवीन को एक ही कपड़ों में गाड़ी जीरकपुर से किराये पर लेना और उन्हीं कपड़ों में वारदात करना भारी पड़ गया। पुलिस ने हिसार से जीरकपुर तक सफेद रंग की ब्रेजा कार का पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो पता लगा कि बदमाशों ने जीरकपुर से गाड़ी किराये पर ली थी।

पुलिस ने गाड़ी किराये पर देने वाले कंपनी के कर्मचारियों से पूछताछ की तो पता लगा कि बदमाशों में शामिल सोनीपत के खरखोदा के सेहरी निवासी नवीन ने गाड़ी किराये पर लेते समय गाड़ी के साथ फोटो खिंचवाई थी। यह फोटो नियमानुसार कंपनी कर्मियों की तरफ से ली गई थी। कंपनी किसी को गाड़ी किराये पर देने से पहले पहचान के लिए जरुरी दस्तावेज और गाड़ी किराये पर लेने वाले व्यक्ति की फोटो लेती है। पुलिस ने नवीन की गाड़ी के साथ वाली फोटो लेकर बैंक में वारदात की सीसीटीवी फुटेज से मिलान किया तो नवीन के कपड़े मैच हो गए। हालांकि फुटेज में चेहरा ढका था। लेकिन आरोपितों का पता लगाने के लिए पुलिस के लिए महत्वपूर्ण सुराग था।

यहीं से पुलिस ने आरोपितों की और जानकारी एकत्रित की और नवीन की आइडी, मोबाइल नंबर कंपनी से निकलवाया। मोबाइल नंबर को साइबर सैल की मदद से ट्रैस किया और मुखबिर से सूचना मिलने पर सूचना के आधार पर पुलिस ने सबसे पहले सोनीपत के खरखोदा क्षेत्र के गांव सेहरी निवासी नवीन और हिसार के नंगथला गांव के जूडो खिलाड़ी सोनी को गिरफ्तार किया। इसके बाद इनके पूछताछ कर अन्य आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।

हिसार से निकलने के बाद वापस लगा ली थी नंबर प्लेट

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बदमाशों ने वारदात के दौरान गाड़ी की दोनों नंबर प्लेट हटा रखी थी। लेकिन हिसार से निकलने के बाद उन्होंने गाड़ी के आगे की एक नंबर प्लेट लगा ली थी, ताकि पुलिस उन्हें न रोकें। इसके बाद आरोपितों ने जीरकपुर जाकर 19 अप्रैल सुबह 10 बजे कंपनी को गाड़ी वापिस भी दी थी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, जिसमें गाड़ी के आगे की नंबर प्लेट से कुछ नंबर भी दिखें, हालांकि पूरे नंबर क्लीयर नहीं हो रहे थे। ऐसे में पुलिस ने 100 के करीब सफेर रंग की ब्रेजा गाड़ी को चेक किया। जिनमें से पुलिस ने एक ब्रेजा गाड़ी को चिन्हित किया। जिसके पीछे की नंबर नहीं थी। इसके बाद पुलिस इस गाड़ी की फुटेज खंगालते हुए जीरकपुर जा पहुंची। जहां से गाड़ी ली गई थी।

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महाबीर स्टेडियम में मिलकर बनाई थी योजना

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बदमाशों ने डकैती करने क बाद लूटी गई राशि को आपस में बांट लिया था। गिरफ्तार किए गए पांच आरोपितों ने आपस में तीन -तीन लाख रुपये और मामले से जुड़े अन्य आरोपितों को भी लूटी गई रकम में से कुछ हिस्सा दिया गया था।

थला गांव के सोनी की मुलाकात महाबीर स्टेडियम में जूडो का अभ्यास करते समय प्रदीप से मुलाकात हुई भाटला के प्रदीप से हुई थी। सोनी ने महाबीर स्टेडियम में ही सभी को बुलाकर बैंक में डकैती की योजना बनाई थी। वहीं जींद के खरक राम जी गांव का निवासी सोनू इनके गैंग का लीडर है। सभी ने पहले शहर के कई बैंकों की रेकी की, जिसमें इन्हें यूनियन बैंक की सीआर ला कालेज की शाखा में वारदात करने और बच निकलना आसान लगा। जिसके बाद आरोपित ने वारदात को अंजाम दिया।

डकैती सफल होने पर अजमेर शरीफ पर 51 हजार रुपये का किया चढ़ावा

बदमाशों में से प्रदीप डकैती सफल होने बाद अजमेर शरीफ भी गया था। वहां सभी के हिस्से के कुल 51 हजार रुपये का चढ़ावा चढ़ाकर चद्दर चढ़ाई थी। पूछताछ में सामने आया कि आरोपितों ने डकैती की मन्नत पूरी होने पर चढ़ावा चढ़ाया।

जीरकपुर में प्रदीप के दोस्त ने दिलवाई थी गाड़ी

बदमाशों ने जीरकपुर से ही गाड़ी किराये पर ली। क्याेंकि वारदात में शामिल सोनू का एक दोस्त जीरकपुर में गाड़ी किराए पर देने वाली कंपनी से जुड़ा है। पुलिस इस आरोपित का पता लगाकर इसे भी गिरफ्तार करेगी।

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