इसी स्थान पर 6 दिसंबर को दुकान में घुसी थी कार, 2 युवकों की हुई थी मौत
सफीदों, एस• के• मित्तल : नगर के सफीदों-असंध बाईपास टी-प्वाईंट पर देर रात फिर से एक कार बजरी के ढेर पर चढ़कर क्षतिग्रस्त हो गई। अगर सड़क किनारे बजरी ना पड़ी होती तो यह कार दुकान में जा घुसती और कोई बड़ा हादसा घटित हो सकता था। बताया जाता है कि इस कार में दो युवक सवार थे, जिनकी पहचान का पता नहीं चल पाया है। गौरतलब है कि ठीक इसी स्थान पर 6 दिसंबर की रात को भी एक कार अनियंत्रित होकर एक दुकान में घुस गई थी और कार में सवार दो युवकों की मृत्यु हो गई थी। इसके अलावा दुकान भी तहस-नहस हो गई थी। मिली जानकारी के अनुसार देर रात नगर के सफीदों-असंध बाईपास के टी प्वाईंट पर एक कार तेज गति से आई और अनियंत्रित होकर सीधे यहां पड़े एक बजरी के बड़े ढ़ेर पर जा चढ़ी। इस घटना में कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के एयर बैग तक खुल गए। सुबह जब लोग आए आए तो कार को क्षतिग्रस्त अवस्था में बजरी के ढेर पर चढ़े हुए देखा। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का जायजाद लिया। अगर बीच में बजरी का ढेर ना होता तो कार सीधी सामने दुकान में जा घुसती और कोई बड़ी अनहोनी घटना हो सकती थी।
टी प्वाईंट पर नहीं है कोई गोल चक्कर व साईन बोर्ड
गौरतलब है कि सफीदों-असंध-जींद बाईपास सफीदों की मुख्य सड़क है और हजारों वाहनों का यहां से गुजरना होता है। इतना व्यस्त रोड़ होने के बाद भी शासन-प्रशासन का इस बाईपास की ओर कोई ध्यान नहीं है। इस बाईपास की सारी सड़क क्षतिग्रस्त है। यह ही नहीं पता चलता की सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क है। इस सड़क पर लगाए गए साईन बोर्ड गायब हो चुके हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत इस बाईपास के टी-प्वाईंट पर है। इस टी-प्वाईंट पर ना तो कोई गोल चक्कत है और ना ही कोई साईन बोर्ड है। जींद की ओर से आने वाले वालो को पता ही नहीं चलता कि सामने कोई टी प्वाईट सड़क है। वाहन चालक धोखे में सीधे कार को ले जाते हैं और दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। इस मार्ग पर कई बड़े हादसे घटित हो चुके हैं। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस टी प्वाईंट पर साईन बोर्ड लगवाएं जाए तथा एक गोल चक्कर बनवाकर उस पर लाईंटें लगवाईं जाए ताकि वाहन चालक को दूर से ही टी-प्वाईंट का पता चल सके।
क्या कहते हैं एसडीएम
इस मामले में एसडीएम पुलकित मल्होत्रा का कहना है कि वे अधिकारियों के साथ मौके का निरीक्षण करेंगे और समस्या का समाधान निकाला जाएगा।