एस• के• मित्तल
सफीदों, नगर की नई अनाज मंडी में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के तत्वावधान में आयोजित शिविर में किसानों को पराली ना जलाकर उसका प्रबंधन करने व इससे संबंधित मशीनों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस मौके पर मुख्यातिथि के रूप में एसडीएम मनीष कुमार फोगाट ने शिरकत की।
वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि विभाग के एसडीओ सुशील कुमार गुप्ता व बीडीपीओ राज सिंह ने की। इस मौके पर इलाके के काफी तादाद में सरपंच व किसान मौजूद रहे। इस अवसर पर एसडीएम ने दो प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये प्रचार वाहन गांव दर गांव जाकर लोगों को पराली नहीं जलाने और उसका प्रबंधन करने के प्रति जागरूक करेंगे और किसानों को आवश्यक जानकारियां उपलब्ध करवाएंगे। अपने संबोधन में एसडीएम मनीष कुमार फोगाट ने कहा कि किसानों को पराली को नष्ट करने के लिए डी कंपोजर दवाई नि:शुल्क दी जाती है। इस दवाई के माध्यम से पराली जमीन के अंदर ही नष्ट हो जाती है। इसके अलावा पराली ना जलाने वाले किसानों को सरकार की ओर से एक हजार रूपए प्रति एकड़ के हिसाब से सहायता राशी दी जा रही है।
अगर स्ट्राबेलर से पराली की गांठ बनवाई जाए तो किसान को प्रति एकड़ 3600 रूपए की आमदनी होती है। उन्होंने कहा कि किसानों को धान की फसल के अवशेष जलाना भारी पड़ सकता है, जिसके लिए सरकार के साथ-साथ सर्वोच्च न्यायालय, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) व नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल पूरी तरह सख्त है।
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पराली जलाने से पर्यावरण दूषित होता ही है साथ ही साथ मानव व अन्य जीवों पर गहरा दुष्प्रभाव पड़ता है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे किसी भी सूरत में पराली ना जलाएं और उसका प्रबंधन करके सरकार की स्कीमों का लाभ उठाएं।