मुकद्दमें में गिरफ्तारी का डर दिखाकर लिए 4 लाख, मामला दर्ज

221
Advertisement
एस• के• मित्तल 
सफीदों,      मुकद्दमें में गिरफ्तारी का डर दिखाकर दो लोगों से 4 लाख रूपए ठग लिए जाने का मामला सामने आया है। जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में गांव भगवानपुर (कुरूक्षेत्र) निवासी नवाब ने कहा कि मई माह में मेरे पास डा. महेंद्र निवासी बाकल (कैथल) व एक अन्य अनिल नामक व्यक्ति मेरे दोस्त दुष्यंत निवासी कुरुक्षेत्र के पास आए।
डा. महेंद्र ने अनिल नामक व्यक्ति का पासपोर्ट वीजा लगवाने के लिए बातचीत की और अनिल का असल पासपोर्ट, आधार कार्ड व पैन कार्ड की फोटो कापी दे दी। इसके बाद दुष्यंत ने मोहन वर्मा जिसे चण्डीगढ़ में अपना कार्यालय किया हुआ है उसे वे कागजात भेज दिए। मोहन वर्मा ने अनिल का वीजा लगवाने के लिये कागजात दिल्ली एम्बैसी में भेज दिए। करीब दो महीने बाद अनिल व बलंवत निवासी गांव मुण्ड (करनाल) ने मुझे व दुष्यंत को असंध बुलाया और कहा की अनिल ने जो वीजा लगवाने के लिए कागजात दिए थे उनके तसदीक करते समय एक एजेंसी के नाम से फर्जी दस्तावेज लगने पाए गए हैं। जिस पर थाना सदर सफीदों में अनिल के विरुद्ध मामला दर्ज होना बतलाया गया। उन्होंने हमें कहा कि इस मुकद्दमें में हम दोनों के नाम भी लेंगे।
जब हमने कहा की हमारा तो इस मुकद्दमें से कोई संम्बंध नहीं है। जिस पर बलवंत ने हमें कहा कि यदि आप इस मुकद्दमें में गिरफ्तारी से बचना चाहते हो तो एक लाख रुपये मुझे देने होंगे। हमने गिरफ्तारी के डर के मारे एक लाख रुपये का प्रबन्ध करके बलवंत को असन्ध में दे दिए। फिर करीब 20 दिन के बाद हमने बलवंत से पूछा की मामले का क्या रहा। तब बलवंत ने हमें बतलाया की एक लाख रुपये में बात नहीं बनती। गिरफ्तारी से बचने के लिए पांच लाख रुपए ओर देने पङेंगे। फिर हमें बलवंत ने असंध आने के लिए कहा। हम असंध पहुंचे तो बलवंत ने हमारी जान पहचान प्रमोद डिडवाड़ा से करवाई। बलवंत ने कहा कि ये पैसे प्रमोद निवासी डिड़वाङा को देने होंगे। उसके बाद प्रमोद ने हमें कहा की यह पांच लाख रुपये आपको मुझे मेरे गांव डिडवाङा में बनी मेरी हैचरी पर देने होंगे परंतु हमने कहा कि पांच लाख रुपए का प्रबंध करके वे नहीं दे सकते। हमने इतने पैसे देने में असमर्थत्ता जताई तो बलवंत व प्रमोद ने कहा कि यदि पैसे नहीं दोगे तो अनिल के विरुद्ध दर्ज मामले में गिरफ्तारी के लिए तैयार रहना। हम डर के मारे किसी तरह से 3 लाख रूपए इक्कठे कर पाए। तीन लाख रुपए हमने प्रमोद डिडवाङा की हैचरी पर जाकर उसे दे दिए। उसके बाद प्रमोद ने हमें कहा कि यदि इस बात का कही भी जिक्र किया तो जान से हाथ धोना पडेगा। ये दोनों हमें मुकद्दमें में गिरफ्तार करवाने का भय दिखाकर और पैसे देने का बार-बार दबाव बनाते रहे। शिकायत के आधार पर पुलिस ने भादस की धारा 389, 506 व 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
Advertisement