हरियाणा के महेंद्रगढ़ में गणेश विसर्जन के दौरान नहर में डूबने से मरने वाले 4 युवकों का आश्वासन के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया। शनिवार सुबह लोगों ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपए और सरकारी नौकरी देने के लिए नागरिक अस्पताल में धरना दिया। मौके पर SDM वकील अहमद और ASP सिद्धार्थ जैन पहुंचे।
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उन्होंने जिला उपायुक्त डॉ जेके आभीर से मोबाइल पर बात की। उन्होंने बताया कि नागरिक अस्पताल में काफी संख्या में लोग धरने पर बैठे हुए हैं उनकी मांग है की मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपए व सरकारी नौकरी दी जाए। इस पर जिला उपायुक्त ने कहा मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बात करते हैं, लेकिन लोगों का कहना है कि हमें लिखित में आश्वासन चाहिए। उसके बाद ही हम शवों का दाह संस्कार।
एसडीएम वकील अहमद ने कहा कि डीसी डॉक्टर जेके आभीर से बात की तो उन्होंने बताया कि इसके बारे में सीएम मनोहर लाल को अवगत करवा दिया है। सरकार जो भी फैसला लेगी उसी के अनुसार मृतकों के परिवार जनों की सहायता की जाएगी। इसी आश्वासन पर मृतकों के परिवारजनों ने शवों का दाह संस्कार किया।
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को महेंद्रगढ़ के मोहल्ला ढाणी गणेश मंडल के सदस्य गणेश विसर्जन के लिए झगड़ोली की नहर पर गए थे। जहां गणपति की प्रतिमा 8 फीट की होने की वजह से प्रतिमा को नहर के बीच पानी में विसर्जित करने पहुंचे। इस दौरान जैसे ही लोगों ने प्रतिमा को प्रवाहित किया वैसे ही 9 लोग प्रतिमा के साथ पानी में बह गए।
मौके पर उपस्थित लोगों ने तत्काल बचाव कार्य करते हुए 8 युवकों को पानी से बाहर निकाला। जिसमें से चार की मौत हो गई। अन्य 4 की हालत गम्भीर है। मृतकों की पहचान टिंकू, आकाश, नितिन और निकुंज के तौर पर हुई है। यह सभी 18 से 23 साल के बताए गए हैं।
मनोज, दीपक, सुनील, संजय को गंभीर हालत में रेफर किया गया है। महेंद्रगढ़ के DC डॉ. जेके आभीर ने दावा किया है कि बिना परमिशन के झगड़ोली नहर में विसर्जन किया जा रहा था।
नागरिक अस्पताल में धरने पर बैठे लोग।