एस• के• मित्तल
सफीदों, आर्य समाज सफीदों का साप्ताहिक यज्ञ रविवार को संपन्न हुआ। इस हवन कार्यक्रम की अध्यक्षता आर्य समाज के प्रधान यादविंद्र बराड़ ने की। इस मौके पर श्रद्धालुओं ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच में हवन में आहुतियां डालकर समाज की सुख-शांति की कामना की।
सफीदों, आर्य समाज सफीदों का साप्ताहिक यज्ञ रविवार को संपन्न हुआ। इस हवन कार्यक्रम की अध्यक्षता आर्य समाज के प्रधान यादविंद्र बराड़ ने की। इस मौके पर श्रद्धालुओं ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच में हवन में आहुतियां डालकर समाज की सुख-शांति की कामना की।
हवन के उपरांत श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया गया। अपने संबोधन में प्रधान यादविंद्र बराड़ ने कहा कि आर्य समाज में हवन-यज्ञ का विशेष महत्व है। यज्ञ का उद्देश्य पंचभूतों की शुद्धि है, जो हमारे पर्यावरण का अंग हैं। यज्ञ का वैदिक व धार्मिक उद्देश्य के साथ-साथ पर्यावरण शुद्धि एवं संतुलन भी है। यज्ञाग्नि के प्रभाव से वातावरण शुद्ध होता है। हवन करने से पवित्रता बनी रहती है। इससे आसपास मौजूद नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है। साथ ही वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।