सांसद कार्तिकेय शर्मा के सम्मुख कच्चा राशन लेकर पहुंची ग्रामीण महिला
एस• के• मित्तल
सफीदों, सफीदों उपमंडल के गांव मालसरी खेड़ा, सिवानामाल, कारखाना तथा सिंघाना में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और उनके निराकरण के लिए अधिकारियों को आदेश दिए। इसी दौरान गांव कारखाना में एक महिला राजकली सांसद के सम्मुख कच्चा राशन लेकर के सांसद के सम्मुख पहुंची और उसने आरोप लगाया कि वह अपने लड़के की गर्भवती पुत्रवधू के लिए गांव की आंगनवाड़ी में राशन लेने के लिए गई थी लेकिन वहां पर मौजूद आंगनबाड़ी कर्मी द्वारा उसे पका हुआ राशन देने की बजाय कच्चा राशन थमा दिया गया और वह भी बेहद खराब हालत में था।
जिस पर वहां पर मौजूद आंगनवाड़ी हैल्पर ने बताया कि आंगनवाडी में आज दलिया बनाया गया था लेकिन अधिक लोग आने की वजह से वह खत्म हो गया था। जिसकी वजह से महिला का साफ-सुथरा कच्चा राशन दिया गया था। सांसद कार्तिकेय शर्मा ने महिला द्वारा लाया गया राशन देखा और महिला एवं बाल विकास विभाग की जिलाधिकारी सुलोचना कुंडू से इस बारे में जवाब तलबी की। जिस पर जिलाधिकारी सुलोचना कुंडू ने बताया कि किसी भी महिला को कच्चा राशन देने के आदेश नहीं है और उन्हे पका हुआ राशन देने के लिए कहा गया है। जिस पर सांसद कार्तिकेय शर्मा ने आंगनबाड़ी स्टाफ के खिलाफ की कार्रवाई के निर्देश दिए। राज्यसभा सांसद ने सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता को एक समस्या का गोलमोल जवाब देने पर फटकार लगाई।
उन्होंने जिला समाज कल्याण अधिकारी सरोज देवी को निर्देश दिए कि वे सामजिक सुरक्षा पैंशन की समस्या को लेकर आने वाले बुजुर्गो की समस्या का तुरंत समाधान करें ताकि किसी सीनियर सीटीजन को चक्कर न काटने पड़े। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार पहले चल रही व्यवस्था को बदल कर आज की नई तकनीक पर कर रही है जिससे की आम आदमी घर बैठे ही सरकारी सुविधाओं का लाभ प्राप्त कर सकता है। इस परिवर्तन के दूरगामी परिणाम होंगे और जिसका सीधा लाभ आम आदमी तक पहुंचेगा।
जनसंवाद कार्यक्रमों में राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में केंद्र और प्रदेश सरकार हर वर्ग की भलाई के लिए कार्य कर रही हैं। सरकार की सोच है कि अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ निर्बाध रूप से पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जन समस्याओं के समाधान के लिए गंभीरता से कार्य कर रही है।
इतना ही नहीं जनसंवाद कार्यक्रमों का मुख्य मकसद यही है कि लोगों के बीच पहुंचकर उनकी समस्याओं का मौके पर ही समाधान सुनिश्चित किया जा सके। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पहल पर शुरू किए जनसंवाद कार्यक्रमों में सरकार के मंत्रीगण, सांसद गण, विधायक गण प्रदेश के सभी गावों और शहरों के वार्डो में पहुंच कर वहां पर जन संवाद कार्यक्रमों में उपस्थित लोगों की समस्याओं को सुन रहे है और मांगों और सुझावों पर गौर करते हुए अधिकांश समस्याओं का मौके पर निवारण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपर स्तर की समस्याओं को मुख्यमंत्री तक ले जाने का काम करेंगे क्योंकि वे मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में उनके गांव में आए है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना को क्रियान्वित करके गरीब परिवारों को पांच लाख रुपये की धनराशि तक मुफ्त में इलाज की सुविधा प्रदान की है। वहीं प्रदेश में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में सरकार द्वारा चिरायु योजना के दूसरे चरण का आरंभ किया गया है, जिसके तहत 14 लाख परिवारों को जोड़ा गया है। इस योजना के तहत कोई भी लाभार्थी परिवार एक वर्ष में पांच लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त में करवा सकता है।
उन्होंने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि वह परिवार पहचान पत्र अवश्य बनवाएं ताकि उन्हें सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ घर बैठे ही मिल सके। उन्होंने कहा कि अधिकतर समस्याएं परिवार पहचान पत्र को लेकर आई है इसको लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि इन गांवों में जल्द से जल्द कैम्पों का आयोजन कर परिवार पहचान पत्र में आई त्रुटियों का समाधान करें। उन्होंने कहा कि पहले बीपीएल कार्ड उसी व्यक्ति के बनते थे जो सरपंच को वोट देता था अन्यथा नहीं। मनोहर लाल सरकार में अब ऑटोमैटिक बीपीएल कार्ड, बुढ़ापा पैंशन व अन्य योजनाओं का लाभ घर बैठे मिल रहा है और न ही कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ते। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दें और नशे की बुराई से दूर रखे।
जिस घर में बच्चों को अच्छे संस्कार दिए जाते है व घर खुशहाल तो रहता ही है और उनके बच्चों द्वारा प्रदेश एवं देश का नाम रोशन करने का भी जज्बा पैदा हो जाता है। इस मौके पर सफीदों के एसडीएम मनीष फौगाट, जीएम रोडवेज कमलजीत चहल, पिल्लूखेड़ा के नायब तहसीलदार लोकेश शर्मा, सफीदों के बीडीपीओ राज सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी सरोज देवी, जिला शिक्षा अधिकारी ज्योति श्योकंद, सीडीपीओ सुलोचना कुण्डू, डीसीपीओ सुजाता व अन्य विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।