मैडिकल कॉलेज बनने से लोगों को मिलेगा बेहतर स्वास्थ्य संबंधित सेवाओं का लाभ – दुष्यंत चौटाला
एस• के• मित्तल
जींद, हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने जींद में लगभग 560 करोड रूपये से बनने वाले निर्माणाधीन मैडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि जींद जिला स्वास्थ्य सेवाओं में अपेक्षाकृत पिछडा रहा है। यहां मैडिकल कॉलेज बनने से जींद ही नही बल्कि आस-पास के जिलो के लोगों को भी स्वास्थ्य संबंधित सेवाओं का बेहतर तरीके से लाभ मिलेगा। इस परियोजना के बन जाने से लोगों को हिसार, रोहतक, चंडीगढ व अन्य जगहों पर जाने की जरूरत नही रहेगी। इससे लोगों के धन व समय की भी बचत होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि चुंकि यह जिले की सबसे बड़ी परियोजना है इसको समयबद्ध तरीके से पूरा करवाएं और इसमें प्रयोग होने वाली सामग्री की गुणवत्ता की समय-समय पर जांच करते रहें। इस मौके पर उनके साथ जुलाना के विधायक अमरजीत ढांडा, उपायुक्त नरेश नरवाल, पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र बिजारनिया, हरियाणा राज्य सडक़ व पुल निगम के प्रबंधक निदेशक निहाल सिंह, डीजीएम नवनीत नैन, एसडीओ परमेश व संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। उप मुख्यमंत्री ने निमार्णधीन स्थलों पर जाने की गाईड लाईन की पालना करते हुए हेल्मट पहन कर मौका मुआयना किया। उन्होंने कहा कि 24 एकड में बनने वालेे मैडिकल कॉलेज जिले की सबसे बडी परियोजना है। इसके निर्माण कार्य का टेंडर एलएंडटी (लार्सन एंड टूर्बो) कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है। यह परियोजना अगस्त 2023 तक पूरी होना सम्भावित है। अब तक मैडिकल कॉलेज का लगभग15 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज के लिए कम जगह में बेहतर तकनीक का प्रयोग करके बहुमंजिला भवन बनाए जा रहे है। कॉलेज में लडक़े और लड़कियों के लिए अलग-अलग हॉस्टल भवन बनाएं जाएगें। उन्होंने बताया कि यह मैडिकल कॉलेज पूर्ण रूप से आधुनिक व तकनीकी युक्त बनाया जा रहा है। हरियाणा राज्य सडक़ व पुल निगम के प्रबंधक निदेशक निहाल सिंह ने उप मुख्यमंत्री को बताया कि मेडिकल कॉलेज के पहले चरण में 12 बड़े ब्लॉक बनाए जाने हैं। इनमें 84173 वर्ग गज के भू-गृह में शिक्षण खंड, 28229 वर्गगज में शैक्षणिक खंड, ब्लाक अस्पताल, 269 वर्गगज में पुलिस स्टेशन, 100वर्ग गज में कचरा प्रबंधन भवन, बिजली घर, 7382-7382 अलग-अलग वर्गगज में लडके व लड़कियों का हॉस्टल, नर्सिंग हॉस्टल, 6168 वर्गगज में जूनियर और सीनियर चिकित्सकों के लिए हॉस्टल, 382 वर्गगज में निदेशक आवास, 102 वर्गगज में सबस्टेशन, गेस्ट हाउस, 650 बेड का अस्पताल, पैथ लैब के लिए इमारत, ब्लड बैंक, ओपीडी भवन, रेडियोग्राफी ब्लॉक जैसे भवन शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस मैडिकल कॉलेज में 132 केवी की हाईटेंशन बिजली की लाइन गुजर रही है। इसलिए बिजली की लाइन शिफ्ट करने के लिए इंतजार है। इस पर उपायुक्त ने उप मुख्यमंत्री को बताया कि बिजली की इस लाईन को शिफट करने के लिए विभाग द्वारा टेंडर जारी किया गया है। जल्द ही इस पर कार्य शुरू हो जाएगा