कहा – ड्रग तस्करो पर प्रभावी कार्रवाई के साथ ड्रग की डिमांड को खत्म करने पर करना होगा काम
एस• के• मित्तल
जींद, हिसार मंडल पुलिस महानिरीक्षक श्री राकेश कुमार आर्य श्री राकेश कुमार आर्य, पुलिस महानिरीक्षक, हिसार मंडल, हिसार के मार्गदर्शन में आज गांव रसीदा थाना गढी जीद से ड्रग एवं हिंसा मुक्त, मेरा गांव मेरी शान अभियान की शुरुआत की गई। पहले चरण में जींद जिले के 5 गांव ड्रग एवं हिंसा मुक्त करने हेतु चिन्हित किए गए हैं। इस अवसर पर श्री नरेन्द्र बिजारणिया, पुलिस अधीक्षक जींद, श्री कुलदीप सिंह एसपी नरवाना, डॉ हिमांशु नशा मुक्ति केंद्र प्रभारी जीएस नरवाना, श्री पाले राम उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी जींद, श्री बलजीत सिंह पूनिया उप जिला शिक्षा अधिकारी जींद, श्री ईश्वर सिंह जिला खेल अधिकारी, श्री सुरेंद्र कुमार उपमंडल अधिकारी नरवाना व देवेंद्र सिंह सरपंच रशीदा सहित पुलिस के अधिकारी एवं पांचो गांव से इस दिशा मे बनाई गई कमेटी से सदस्य उपस्थित रहे। आईजी श्री राकेश कुमार आर्य ने ड्रग एवं हिंसा मुक्त मेरा गांव मेरी शान अभियान का गांव रसीदा की धरा से शुभारंभ करते हुये अपने संबोधन मे कहा कि सभी ग्रामवासी इस नेक कार्य के लिये चलाई गई मुहिम मे भागीदार बनने के लिये आगे आएं। जींद जिला हर लिहाज से अच्छा रहा है व इसे और अच्छा बनाना है। इस अभियान के लिये पांच गांवों का चयन किया है जिसमे- गांव रसीदा, डुमरखा, आफताबगढ व चमोल कालोनी नरवाना एवं बाल्मिक बस्ती रामराये गेट जीन्द जो ड्रग के मामले मे संवेदनशील है को शामिल किया गया है। उन्होने कहा कि समाज में ड्रग की फैलती लत, हम सभी के लिये एक चिंता का विषय है। हमारी युवा पीढी को यह लत अपने आगोश मे ले रही है। ड्रग के कारण अपराध के ग्राफ मे दिन-प्रतिदिन बढोतरी हो रही है वही ड्रग के दलदल में फसकर हमारे युवा दम तोड रहे है। उन्होने कहा कि 2020 व 21 के दौरान ड्रग की ओवर डोज के कारण हिसार मंडल के पांचो जिलो में 37 लोगो की मौत हुई है व मरने वालो की आयु 17 से 45 वर्ष के बीच है। समाज मे फैलती ड्रग की लत एक गंभीर एवं चिंता का विषय है व हमारे सब के लिये चुनोती बनी है। हमे इस चुनोती को स्वीकार कर इससे लगातार लडना है व समय रहते इसे परास्त भी करना है। इस अवसर पर उन्होने कहा कि गांव रसीदा का रिकार्ड ड्रग तस्करी व नाजायज शराब के मामलो में खराब रहा है। वर्ष 2019 से 2021 तक इस गांव मे एनडीपीएस एक्ट के तहत 12 मुकदमे दर्ज है जो अधिकतर ड्रग तस्करी के है। इसमे से 13 लोगो को सलाखो के पिछे भेजा गया है जबकि नाजायज शराब तैयार करने व बेचने के पिछले तीन वर्ष मे इसी गांव के लोगो पर 31 मुकदमे दर्ज हुये है व 31 लोगो को एक्साईज एक्ट मे गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस लगातार ड्रग तस्करो को पकड रही है। उनके कब्जे से भारी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद कर रही है। तस्करो को सलाको के पिछे भेजा जा रहा है व केसो की माननीय न्यायलय मे पैरवी कर उन्हे सजा दिलवाई जा रही है। इतने प्रयासो के बाद भी अपेक्षानुसार परिणाम धरातल पर नजर नही आ रहे हैं। इसलिए उक्त अभियान के तहत ड्रग तस्करो पर प्रभावी कार्रवाई के साथ-साथ ड्रग की डिमांड को नियन्त्रित करने का निर्णय लिया गया है। पहले चरण मे चिन्हित किये गये 5 गांवो मे ड्रग की लत मे पडे युवाओ की पहचान कर उन्हे इस लत से बाहर निकालने का कार्य किया जायेगा। इस कार्य के लिये ऐसे पुलिस कर्मचारियो की टीम बनाई है जिन्होने अपनी इच्छा से इस अभियान मे जुडने का फैसला लिया है व स्वास्थ्य विभाग से मिलकर इस कार्य को संभव करने का संकल्प लिया है। इस अभियान को पुर्णतया सार्थक बनाने के लिये और भी क्रियाकलाप किये जायेगे जैसे गांव मे जिला खेल अधिकारी के सहयोग से खेलो का एवं जिला के डीपीआरओ व अन्य संगठनो के सहयोग से सास्कृतिक कार्यक्रमो का आयोजन किया जायेगा। इसके अलावा पौधे लगाना, स्वच्छता अभियान, ग्रामवासियो के सामुहिक क्रियाकलाप, ग्रामवासियों मे एकजुटता, आपसी सहयोग भाईचारा की भावना को विकसित करेगा साथ ही गांव मे व्याप्त सामाजिक बुराईयो के खिलाफ भी एकजुट होकर उसका निराकरण करने में भी सहयोगी सिद्ध होगा। गांव मे आपसी विवाद या रंजिश का मामला है तो उसमे भी सुलह करवाने की दिशा मे काम किया जायेगा। इस मौके पर आईजी ने कहा कि हर घर के मुखियां की जिम्मेदारी बनती है किवें अपने बच्चो का सही मार्गदर्शन करे, उनका हौसला बढाये, उन्हे मेहनती व ईमानदार बनाये, उनसे हर रोज की दिनचर्या बारे नित्य संवाद व मित्रवत व्यवहार करे। युवा पीढी को चरित्रवान व जिम्मेदार बनाने के लिये लगातार प्रेरणा की जरुरत है, जिस पर ध्यान न देना अपने साथ धोखा करना है। पांच गांवो से कमेटी के सदस्यो ने आईजी हिसार मंडल श्री राकेश कुमार आर्य, उपायुक्त जींद व सभी अधिकारियो की उपस्थिति मे शपथ ली कि गांव ड्रग एवं हिंसा मुक्त करने का लगातार प्रयास करेगे व तस्करी मे पकडे गये लोगो की ग्रामवासी पैरवी नही करेगे व जमानत भी नही करवायेगे । उन्होने कहा हमे अपनी व गांव व आने वाली पीढी के लिये आगे आना होगा ।
अभियान मे नया क्या है
पुलिस प्रशासन लगातार ड्रग की सप्लाई चैन को तोडने के लिये प्रयास कर रहा है। उपरोक्त प्रयासो के साथ इस अभियान में पुलिस की विशेष टीम ड्रग डिमांड को नियन्त्रित करने की दिशा मे कार्य करेगी, इस बारे एक कार्ययोजना तैयार की गई है। अब स्पलाई चैन तोडने के साथ-साथ डिमांड को कन्ट्रोल करके धरातर पर इसका अपेक्षानुसार परिणाम चाहते है व युवाओ को दिशाहीन होने से बचाने का प्रयास किया जायेगा। दोनो दिशा मे कार्य से अभियान कारगर साबित होगा। इसके लिए तीन तरह से कार्य किया जाएगा।
पहला कार्य – गांव मे ड्रग की लत मे पडे युवाओं की पहचान की जायेगी व उन्हे इस लत से बाहर निकालने के लिये प्रयास किये जायेगे, जिन्हे काउंसलिग की जरुरत है, उन्हे कांउसलिग, जिसे दवा की जरुरत है, उसे दवा दिलवाई जायेगी व जिन लोगो को नशा मुक्ति केन्द्रो मे भेजे जाने की जरुरत है, उनके परिवार के सहयोग से उन्हे वहा भेजा जायेगा। इस कार्य के पुलिस टीम के साथ-साथ स्वास्थय विभाग, जिला प्रशासन व गांव मे बनी कमेटी मिलकर कार्य करेगे। काउसलिग एवं नशे की लत छुडाने के लिये जरुरी सेवाये गांव मे ही उपलब्ध करवाई जायेगी। स्थानीय प्रशासन के सहयोग से हर जरुरी सहायता उपलब्ध करवाई जायेगी।
दुसरा कार्य – हमारी नई युवा पीढी ड्रग एवं अन्य नशो से आजीवन दूर रहे, यह सुनिश्चित करना है । इस कार्य के लिये युवाओं को अच्छा माहौल व सही मार्गदर्शन की जरुरत है। इस कार्य के लिये हमने मंडल कार्यालय मे टीम का गठन किया गया है।
तीसरा कार्य – जो लोग ड्रग की तस्करी करते है, युवाओ को ड्रग के जाल मे फांसने का काम करते है, उनकी पहचान व उनके खिलाफ सख्त एवं प्रभावी कानूनी कार्रवाई कर गांव को ड्रग तस्करों से मुक्त करवाया जायेगा। इस बारे लगातार सख्ती बनाकर रखी जायेगी ताकि कोई नया तस्कर ना पनप पाये हर जिले मे एन्टी नारकोटीक सैल का गठन किया है जो इस दिशा मे प्रभावी कार्रवाई करेगे व इन गावो को ड्रग तस्करो से मुक्त करेगे।