Retail Inflation: आम आदमी को फिलहाल महंगाई से राहत मिलती नहीं दिख रही है. खाने-पीने की चीजों के महंगा होने का असर खुदरा महंगाई दर के आंकड़ों पर भी दिख रहा है. मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, कंज्यूमर प्राइस पर आधारित खुदरा महंगाई दर मार्च में बढ़कर 6.95 प्रतिशत हो गई है. वहीं, फरवरी में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आधारित इन्फ्लेशन 6.07 प्रतिशत थी.
बिजली की मेन लाईन से चिंगारी उठने से खेतों में लगी आग
युवाओं को दिए गए गऊ सेवादल में नव दायित्व
मार्च में खाद्य वस्तुओं के दाम 7.68 प्रतिशत बढ़े हैं. इससे पिछले महीने खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति 5.85 प्रतिशत थी. यह लगातार तीसरा महीना है जब रिटेल इन्फ्लेशन भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के संतोषजनक स्तर से ऊपर बनी हुई है. रिजर्व बैंक अपनी मौद्रिक समीक्षा में मुख्य रूप से रिटेल इन्फ्लेशन के आंकड़ों पर गौर करता है. सरकार ने रिजर्व बैंक को मुद्रास्फीति को दो से छह प्रतिशत के दायरे में रखने का लक्ष्य दिया हुआ है.