नई दिल्ली: हरियाणा के करनाल में गुरुवार को विस्फोटक की आपूर्ति के लिये तेलंगाना जा रहे पाकिस्तान से जुड़े चार संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार कर उनके वाहन से हथियार, विस्फोटक और आईईडी बरामद किया गया है. इसके साथ ही एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया गया. करनाल के पुलिस अधीक्षक गंगा राम पुनिया ने करनाल में संवाददाताओं से कहा कि वे कथित तौर पर पाकिस्तान स्थित एक व्यक्ति के संपर्क में थे, जो आतंकी गतिविधियों में शामिल है और उन्हें ऐप के जरिये उन स्थानों की जानकारी भेजता है, जहां विस्फोटक और हथियार पहुंचाने होते हैं. इन चारों आतंकियों को 10 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
हरियाणा पुलिस के महानिदेशक पी. के. अग्रवाल ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों की खुफिया सूचनाओं के आधार पर हरियाणा और पंजाब पुलिस द्वारा चलाए गए संयुक्त अभियान में चारों को गिरफ्तार किया गया. वहीं, पंजाब पुलिस ने ट्वीट किया, ‘खुफिया अभियान में, पंजाब पुलिस और हरियाणा पुलिस ने आज करनाल में चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से ढाई-ढाई किलो के 3 आईईडी और एक पिस्तौल बरामद की गई है। जांच जारी है.’
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करनाल रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक सतेंद्र कुमार गुप्ता ने कहा कि गुप्त सूचना के आधार पर बस्तारा टोल प्लाजा के निकट चार लोगों को पकड़ा गया. गुप्ता ने फोन पर बताया, ‘वाहन से ढाई-ढाई किलोग्राम वजन के तीन कंटेनर, आरडीएक्स, एक पाकिस्तान में निर्मित पिस्तौल और 31 जिंदा कारतूस के अलावा 1.3 लाख रुपये नकद जब्त किए गए हैं.’ करनाल में वाहन को रोके जाने के बाद बम निरोधक दस्ता और फोरेंसिक विशेषज्ञ मौके पर पहुंचे.
In an intelligence-led operation, Punjab Police and Haryana Police arrested 4 persons today at Karnal with the recovery of 3 IEDs weighing 2.5 Kg each and one pistol. Further investigation is on. #ActionAgainstCrime pic.twitter.com/AHbXD13Q6F
— Punjab Police India (@PunjabPoliceInd) May 5, 2022
गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, शस्त्र अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. हरियाणा पुलिस ने मामले में आगे की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया है. पुनिया ने संवाददाताओं को बताया कि आरोपियों की पहचान लुधियाना के भूपिंदर सिंह और फिरोजपुर के गुरप्रीत सिंह, परमिंदर सिंह और अमनदीप सिंह के रूप में हुई है. चारों विस्फोटकों की एक खेप लेकर तेलंगाना के आदिलाबाद जा रहे थे.
उन्होंने कहा, ‘वे पाकिस्तान स्थित एक व्यक्ति हरविंदर सिंह रिंडा के संपर्क में थे, जो आतंकी गतिविधियों में शामिल है और ऐप के जरिये उन स्थानों की जानकारी भेजता है, जहां विस्फोटक और हथियार पहुंचाने होते हैं. रिंडा ड्रोन की मदद से फिरोजपुर के खेतों में हथियार और विस्फोटक भेजता था.’ चार संदिग्धों में से दो भाई बताए गए हैं. उन्हें करनाल की एक अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.