पानीपत. सेना भर्ती को लेकर युवाओं के बीच आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है. दरअसल, युवाओं की मांग है कि सेना की भर्ती में आयु सीमा में दो साल की छूट दी जाए. इसी सिलसिले में पानीपत में युवाओं ने रेड लाइट चौक से लघु सचिवालय तक पैदल मार्च निकाल प्रदर्शन किया. इतना ही नहीं सेना में भर्ती की मांग को लेकर युवाओं ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा. प्रदर्शन कर रहे युवाओं के मुताबिक, भर्ती नहीं निकाले जाने पर युवा ओवरएज हो रहे हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द भर्ती निकाली जाए और ओवरएज हुए युवाओं को दो साल की छूट दी जाए. इसके अलावा जो भर्तियां निकाली गई थी, उन्हें रद्द कर दिया गया था.
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युवाओं का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र के युवा सेना में भर्ती की तैयारी के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं. कोचिंग सेंटरों पर भारी-भरकम फीस भरकर युवा सेना में भर्ती होने के लिए मैदान पर भी पसीना बहाते हैं. भर्ती नहीं निकाले जाने के कारण आलम यह है कि प्रदेश बेरोजगारी के मामले में पहले नंबर पर पहुंच गया है. सेना में प्रदेश के युवा सबसे ज्यादा भर्ती होते हैं
भर्ती न होने के चलते सुसाइड कर लिया
उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही भर्ती नहीं निकाली गई और ओवरएज हुए युवाओं को आयु में दो साल की छूट नहीं दी गई तो युवा इससे भी बड़ा प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे. पिछले 2 साल से सेना में भर्ती न होने के चलते कुछ युवा तो सुसाइड तक करने को मजबूर है और पिछले ही दिनों एक युवा ने भी सेना में भर्ती न होने के चलते सुसाइड कर लिया.
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हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल का बयान
हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कुछ दिन पहले इस मामले पर कहा था कि युवाओ परेशान न हो. जेपी दलाल नेसेना की भर्ती ना होने से ओव एज हुए तालु गांव के पवन द्वारा सुसाइड करने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था और पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में पूरी दुनिया में संकट था. अब ये संकट ख़त्म हुआ है. युवा हतोत्साहित ना हो. अब केंद्र व प्रदेश सरकार के साथ प्राइवेट सेक्टर में नौकरियों की भरमार होगी.
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