कुणाल अग्रवाल बने बार एसोसिएशन सफीदों के प्रधान, 25 वोटों से की जीत हासिल

30
विजय चिन्ह बनाते हुए विजयी प्रत्याशी
Advertisement

उपप्रधान रोहित तनेजा, सचिव नरेंद्र शर्मा तो अन्नू सैनी बनी सहसचिव

सफीदों (एस• के• मित्तल) : शुक्रवार को सफीदों बार एसोसिएशन का चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। यह चुनाव प्रधान, उपप्रधान, सचिव व सहसचिव पदों के लिए करवाया गया। चुनाव अधिकारी एडवोकेट देवेंद्र जागलान की देखरेख में यह चुनाव संपन्न हुआ। प्रधान पद के लिए एडवोकेट कुणाल अग्रवाल व एडवोकेट पुरूषोत्तम सिंह, उपप्रधान पद के लिए एडवोकेट रोहित तनेजा, संदीप कौशिक व सोहन सिंह, सचिव पद के लिए एडवोकेट एडवोकेट बलिंद्र बैरागी व एडवोकेट नरेंद्र कुमार तथा सहसचिव पद के लिए एडवोकेट बिंटू राणा व एडवोकेट अन्नू सैनी ने अपना-अपना भाग्य आजमा रहे थे। ख्चुनाव अधिकारी एडवोकेट देवेंद्र जागलान ने बताया कि शुक्रवार को निर्धारित समय सुबह 8 बजे से वोटिंग शुरू हो गई थी तथा यह सायं साढ़े 4 बजे तक जारी रही। इस चुनाव में कुल 217 वोटों में से 200 वोट पोल हुईं। उसके बाद वोटों की गिनती का कार्य शुरू हुआ। मतगणना के उपरांत प्रधान पद के उम्मीदवार कुणाल अग्रवाल को 111 व पुरुषोत्तम राणा को 86 मत प्राप्त हुए। इस प्रकार से एडवोकेट कुणाल अग्रवाल ने 25 मतों से जीत हासिल की। उपप्रधान पद के उम्मीदवार रोहित तनेजा ने 90, संदीप कौशिक ने 82 व सोहन सिंह ने 27 मत प्राप्त किए। इस पद पर रोहित तनेजा ने 8 मतों के अंतर से जीत हासिल की। सचिव पद के चुनाव में बलिंद्र बैरागी ने 90 व नरेंद्र शर्मा ने 108 वोट प्राप्त किए। जिसमें 18 वोटों से नरेंद्र शर्मा विनर रहे। इसी प्रकार सहसचिव पद के चुनाव में अन्नू सैनी को 107 व बिंटू राणा ने 90 मत प्राप्त किए। इस पद पर अन्नू सैनी ने 17 वोटों से जीत दर्ज करवाई। चुनाव अधिकारी एडवोकेट देवेंद्र जागलान ने शांतिपूर्ण चुनाव को लेकर सभी वकीलों का धन्यवाद किया। अपने संबोधन में नवनियुक्त प्रधान एडवोकेट कुणाल अग्रवाल ने सभी एडवोकेट्स का धन्यवाद करते हुए कहा कि वे सभी वकील साथियों के सहयोग से सफीदों बार एसोसिएशन में चार चांद लगाने का काम करेंगे। उनकी प्राथमिकता अधिवक्ताओं में आपसी भाईचारा कायम करवाना रहेगा। इसके अलावा बार की समस्याओं को दूर करवाया जाएगा। अधिवक्ता सदन में लिफ्ट को शुरू करवाएंगे ताकि वकीलों के साथ-साथ आमजन को आने जाने में कोई दिक्कत ना हो। इसके अलावा नई इमारत का निर्माण करवाकर उसमें नए चैंबरों का निर्माण करवाया जाएगा तथा लाइब्रेरी का निर्माण करवाया जाएगा। बता दें कि एडवोकेट कुणाल अग्रवाल वर्ष 2009 में वकालत के पेश में आए थे। उन्होंने पिछले वर्ष भी प्रधान पद का चख्ुनाव लड़ा था लेकिन वे मात्र 22 वोटों से हार गए थे।

यह भी देखें :-

विज्ञान का जादू : JD School में छोटे वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत का परिणाम : साइंस एग्जीबिशन” देखिए लाइव

https://www.youtube.com/live/DKlb1oozFvU?si=DeLV7gXhpEthov8D

Advertisement