समिति ने कैबिनेट मंत्री कृष्ण पंवार व विधायक रामकुमार गौत्तम को सौंपा आवेदन
सफीदों, (महाबीर मित्तल): हरियाणा प्रदेश में जल्द ही नए जिलों के गठन का मामला सामने आने के बाद सफीदों के लोग भी इस दिशा में काफी सक्रिय हो गए है। इस मुद्दे को लेकर बनाई गई सफीदों जिला बनाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुभाष जैन व कमेटी के पदाधिकारी सरकार की ओर से गठित कमेटी के चेयरमैन एवं केबिनेट मंत्री कृष्णलाल पंवार व सफीदों के विधायक रामकुमार गौतम से मिले और उनके सम्मुख आवेदन प्रस्तुत करते हुए सफीदों के जिला बनाने का पूरजोर दावा ठोका।
गौरतलब है कि हरियाणा सरकार प्रदेश में कई नए जिलों का गठन करने जा रही है। इन जिलों के गठन में गोहाना, असंध, डबवाली व हांसी के नाम प्रमुखता से लिए जा रहे हैं। इसको लेकर केबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार को इस कमेटी का चेयरमैन नियुक्त किया गया है तथा केबिनेट मंत्री महीपाल डांढा, केबिनेट मंत्री विपुल गोयल व केबिनेट मंत्री श्यामलाल राणा को सदस्य बनाया गया है। इस कमेटी ने अपना कार्य शुरू कर दिया है तथा इस कमेटी की पहली बैठक हो चुकी है।
सफीदों जिला बनाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुभाष जैन ने बताया कि वे कमेटी के पदाधिकारियों के साथ विधायक रामकुमार गौतम से नारनौंद व केबिनेट मंत्री एवं कमेटी के चेयरमैन कृष्णलाल पंवार से मडलौड़ा में उनके निवास पर मिले थे। दोनों नेताओं से सफीदों को जिला बनावाने हेतु सकारात्मक चर्चा हुई। केबिनेट मंत्री कृष्णलाल पंवार आवेदन सौंपने गई कमेटी को सफीदों को जिला बनाने में तवज्जो देने की बात कही। वहीं विधायक रामकुमार गौतम ने मुख्यमंत्री नायब सैनी व जिला गठन कमेटी के अध्यक्ष केबिनेट मंत्री कृष्णलाल पंवार से फोन पर बात करके सफीदों को जिला बनाने का निवेदन किया। अध्यक्ष सुभाष जैन ने बताया कि इस मामले को लेकर पूरे हलके के सरपंचों, नम्बरदारों, ब्लॉक समिति सदस्यों, जिला पार्षदों, नगर पार्षदों, सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं से संपर्क किया जा रहा है। इस दिशा में जिला बनाओ संघर्ष समिति के सभी सदस्य लगातार काम कर रहे हैं और सफीदों को जिला बनाकर ही दम लेंगे। सफीदों को जिला बनाने की मांग आज की नहीं अपितु बहुत पुरानी है। क्षेत्र के सभी लोगों को राजनीति से ऊपर उठकर इस पुनित कार्य में अपनी आहुति डालनी चाहिए। इस मसले को लेकर आगामी 29 दिसंबर को श्री नागक्षेत्र परिसर हॉल में एक विशाल बैठक का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें सैंकड़ों लोगों के भाग लेने की संभावनाएं हैं।
कमेटी ने आवेदन में क्या रखी बातें
कमेटी ने केबिनेट मंत्री कृष्ण पंवार को सौंपे आवेदन में कहा कि सफीदों का एतिहासिक संबंध महाभारत काल से हैं। आज भी सफीदों में करीब 5 हजार साल पुराना नागक्षेत्र सरोवर व मंदिर विद्यमान हैं। सफीदों क्षेत्र अंग्रेजों के जमाने से वर्ष 1931 से ही रेलवे लाइन से जुड़ा हुआ है। भारत सरकार द्वारा देश में सर्वप्रथम हाइड्रोजन ट्रेन चलाने की महत्वपूर्ण परियोजना भी इसी लाइन पर चलाने का गौरव प्रदान किया जा रहा हैं और इस रेलवे लाईन का विद्युतिकरण भी हो चुका है। सफीदों में लघु सचिवालय व न्यायिक परिसर का नवनिर्मित तीन मंजिला विशाल इमारत ढांचा तैयार सुदा है। जहा अधिकारियों/सरकारी कर्मचारियों के लिए सुंदर आवास सुविधा भी पूर्णत: निर्मित हैं। सफीदों में 50 बिस्तर की मान्यता प्राप्त नवनिर्मित तीन मंजिला इमारत वाला भवन सभी चिकित्सा उपकरण सुविधाओं से परिपूर्ण उपलब्ध है। सफीदों क्षेत्र को हरियाणा सरकार द्वारा हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के अंतर्गत लिया गया हैं। सफीदों में वर्ष 1966 हरियाणा राज्य स्थापना से ही बहुत पुरानी तहसील हैं। सफीदों को वर्ष 1952 से विधानसभा व वर्ष 1980 से उपमंडल का दर्जा हासिल हैं। सफीदों में शिक्षा क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए लड़के-लड़कियों के लिए तीन राजकीय स्नातकोतर महाविद्यालय हैं। इसके साथ-साथ यहां नर्सिंग कॉलेज भी सफलतापूर्वक चल रहा है। सफीदों क्षेत्र में नहरी पानी बुटाना ब्रांच व पश्चिमी यमुना नहर उपलब्ध करवाती हैं। नगर में अंग्रेजी शासनकाल से ही वर्ष 1938 से नगरपालिका कार्य कर रही हैं। सफीदों क्षेत्र में वर्ष 1885 से डाक सेवा, वर्ष 1920 से अनाज मंडी व फल मंडी, वर्ष 1957 से दूरसंचार विभाग, बैंकिंग सेवा व अन्य सभी मूलभूत जन-सुविधाएं उपलब्ध हैं। इन सेवाओं के माध्यम से सरकार को ई-गंवर्नेस व भारत सरकार के डिजिटल इंडिया जैसे प्रमुख कार्यक्रमों को बल मिलेगा। आवेदन में कहा गया कि सफीदों को जिला बनाने से हरियाणा सरकार न केवल स्थानीय नागरिकों की पुरानी मांग पूरी करेगी, बल्कि हरियाणा के प्रशासनिक सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास को गति मिलेगी।