भक्ति योग आश्रम के संचालक डा. शंकरानंद महाराज का प्राप्त हुआ सानिध्य
भगवद् गीता जीवन के हर क्षेत्र में मनुष्य का मार्गदर्शन करती है : शंकरानंद सरस्वती
सफीदों, एस• के• मित्तल : नगर के ऐतिहासिक महाभारतकालीन नागक्षेत्र सरोवर पर मंगलवार को हरियाणा कला परिषद के तत्वावधान तथा नगर की धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से गीता जयंती महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। महोत्सव में भक्ति योग आश्रम के संचालक आयुर्वेदाचार्य डा. शंकरानंद सरस्वती का सानिध्य प्राप्त हुआ। कार्यक्रम में विश्व हिन्दू परिषद, अखिल भारतीय ब्राह्मण संसद, वरिष्ठ नागरिक मित्र मंडल, भारत विकास परिषद, अग्रवाल वैश्य समाज समेत अनेक संस्थाओं का सहयोग प्राप्त हुआ। इस मौके पर पहुंचे हरियाणवी कलाकार अशोक गुड्डू, ईशा पांचाल, सोमबीर मलिक, नरेश कुमार, अजय कश्यप व नरेश श्योराण ने अपने-अपने गीतों के माध्यम से गीता जी के संदेशों पर प्रकाश डाला। वहीं पूजा-अर्चना के उपरांत भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया।
अपने संबोधन में डा. शंकरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि गीता जयंती का पर्व हर वर्ष मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश देकर उन्हे कर्म, धर्म और भक्ति का मार्ग दिखाया था। जोकि हर व्यक्ति के जीवन जीने की कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। गीता के 18 अध्यायों में भगवान ने मानव जीवन की समस्याओं का समाधान बताया है। गीता के उपदेश न केवल अर्जुन के लिए बल्कि पूरे मानव समाज के लिए एक अमूल्य धरोहर हैं। उन्होंने बताया कि गीता जी का संदेश है कि हमें अपने कर्तव्यों का पालन निष्ठा और समर्पण के साथ करना चाहिए। भगवद् गीता पारिवारिक, सामाजिक व आध्यात्मिक के साथ-साथ जीवन के हर क्षेत्र में मार्गदर्शन करती है। गीता के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण ने यह संदेश दिया कि फल की इच्छा किए बिना कर्म करें और धर्म व सत्य के मार्ग पर चलने का जीवन का उद्देश्य बनाए। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे गीता के उपदेशों को आत्मसात करके जीवन में सकारात्मकता और आत्मविश्वास लाने का संकल्प लें। इस मौके पर डा. शंकरानंद सरस्वती, हरीश शर्मा, जयदेव माटा, डा. नरेश वर्मा, संजीव गौत्तम, यतिंद्र कौशिक, दर्शनलाल मेहता, पुरुषोत्तम शर्मा, गीतांजलि कंसल, रामकरण कश्यप, अखिल गुप्ता, नीलम कंसल, सरोज भाटिया, कविता शर्मा, रुचि कंसल, राजू वर्मा, राजकुमार जोगी, प्रमोद गौतम, होशियार शर्मा, यशपाल सूरी, सोहनलाल, शीशपाल, सक्षम भाटिया व ईश्वर बुवानीवाल सहित काफी तादाद में लोग मौजूद थे।