धार्मिक नगरी के साथ-साथ औद्योगिक क्षेत्र में भी चमकेगा अब जामनी गांव का नाम : कर्मवीर सैनी भगवान परशुराम के पिता मह​र्षि जम्दगनी ने की थी यहां तपस्या

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एस• के• मित्तल 
पिल्लूखेड़ा,  जामनी गांव का नाम पूरे भारत में धार्मिक नगरी के रुप में जाना जाता है, क्योंकि यहां भगवान परशुराम के पिता मह​​र्षि जम्दगनी ने वर्षों तक तपस्या की थी। यहां पर राक्षस प्रवृ​त्ति के लोग उनको तपस्या नहीं करने दे रहे थे तो भगवान परशुराम ने उनका वध किया था। अब यहां पर 3800 एकड़ में औद्योगिक नगरी स्थापित की जाएगी। अब यह गांव औद्योगिक क्षेत्र में भी पूरे भारत में जाना जाएगा।
यह बात भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कर्मवीर सैनी ने रविवार को जामनी गांव में एक जनसभा को संबो​धित करते हुए कही। कर्मवीर सैनी ने कहा कि पूरे जिले में जामनी एक ऐसा गांव है, जिसके चारों तरफ से नेशनल हाइवे निकल रहे हैं। नारनौल-अंबाला एक्सप्रेस वे 152-डी, सोनीपत-जींद ग्रीनफिल्ड एक्सप्रेस-वे, जम्मू-कटरा एक्सप्रेस-वे के साथ-साथ जींद-पानीपत नेशनल हाईवे यहां से गुजर रहा है। महर्षि जम्दगनी ने यहां कई वर्षों तक तपस्या की थी। जब यहां उनको राक्षसों ने तपस्या करने से रोको तो उनके बेटे भगवान परशुराम ने यहां राक्षसों का सफाया करके शांति स्थापित की थी। तभी से यह गांव ऐतिहासिक व पौरा​​णिक दृ​ष्टि से भारत में जाना जाता है। अब यहां पर मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने 3800 एकड़ में औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने की घोषणा की है। इससे यह गांव औद्योगिक क्षेत्र में भी पूरे भारत में जाना जाएगा।
यहां के हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा तथा काफी लोग अपने स्वरोजगार के धंधे भी स्थापित कर लेंगे। किसानों की करोड़ों रुपये की जमीन सरकार खरीदेगी। इससे किसान भी इन पैसों से अपने अनेक नए काम-धंधे स्थापित करके अपना वर्चस्व कायम कर सकेंगे। सैनी ने कहा कि आज प्रदेश सरकार हर क्षेत्र का बिना भेदभाव के विकास कर रही है। जो लोग जींद जिले को आ​र्थिक रुप से पिछड़ा हुआ कहते हैं, वह अब जींद जिले को गुड़गांव व फरीदाबाद से भी आगे निकलता देखेंगे। इस मौके पर गांव के सरपंच दलबीर सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता जगदीश कश्यप, हो​शियार सिंह सैनी, अजय पांचाल, मा. राजेंद्र सिंह, रामनिवास वाल्मीकि, जय किशन सैनी, मोनू, सुखबीर जयपुर, हवा सिंह कालवा, मा. धर्म सिंह, रणजीत सैनी, संदीप सैनी, रामफल, धर्मा शर्मा, मांगेराम बैरागी, इन्द्रजीत, पं. रामदिया, रामभगत मौजूद रहे।
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