एस• के• मित्तल
सफीदों, नई अनाज मंडी में प्राइवेट गाड़ी के ड्राइवर को पीटने का मामला सामने आया है। इसके विरोध में मंगलवार को कच्चा व पक्का आढ़ती एसोसिएशन व कुछ किसानों द्वारा मार्केट कमेटी कार्यालय के सामने रोष प्रकट किया। जिन्होंने करीब हड़ताल करके कार्रवाई की मांग की। करीब एक घंटा गहमा-गहमी रही।
सफीदों, नई अनाज मंडी में प्राइवेट गाड़ी के ड्राइवर को पीटने का मामला सामने आया है। इसके विरोध में मंगलवार को कच्चा व पक्का आढ़ती एसोसिएशन व कुछ किसानों द्वारा मार्केट कमेटी कार्यालय के सामने रोष प्रकट किया। जिन्होंने करीब हड़ताल करके कार्रवाई की मांग की। करीब एक घंटा गहमा-गहमी रही।
मामले की सूचना मिलते ही स्थानीय एसडीएम मनीष फोगाट व सिटी थाना पर प्रभारी ईश्वर सिंह तुरंत मौके पर पहुंचे और आढ़तियों की समस्या को सुना। पक्का आढ़त एसोसिएशन के पदाधिकारी में सुभाष जैन, दीपक मित्तल, कच्चा आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान कृष्ण गोपाल मित्तल आदि ने आरोप लगाते हुए कहा कि गत रात्रि नई अनाज मंडी धान को लेने के लिए एक प्राइवेट गाड़ी आई हुई थी। जिसके ट्रक चालक के साथ सफीदों की भाईचारा ट्रक यूनियन के कुछ सदस्य मारपीट की गई व आढ़तियों को धमकी दी गई। जोकि अक्सर उन्हें धमकी देते रहते हैं। जिस कारण किसी भी प्राईर्वेट गाड़ी को मंडी में आने से रोकते है। जिनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए। आढ़तियों द्वारा एक लिखित शिकायत ट्रक यूनियन के कुुछ सदस्यों के खिलाफ एसडीएम के समक्ष शिकायत दी। एसडीएम मनीष फोगाट ने कहा कि मामले की सूचना मिलते ही वह मौके पर पहुंच गए थे।
आढ़तियों को समझाकर हड़ताल को बंद करवाया दिया गया था। जोकि आढ़तियों ने लिखित शिकायत दी है। उसमें सिटी थाना प्रभारी को कार्रवाई करने के आदेश दिए गए। बता दें कि तथाकथित ट्रक यूनियन के कुछ ट्रक ऑपरेटर्स की यहां के आढ़तियों के साथ बैठक एसडीएम के समक्ष पिछले सप्ताह हुई थी जिसमे यह तय हुआ था कि स्थानीय लोगों के पास जरूरत अनुसार ट्रक उपलब्ध नहीं होते हैं तो बाहर से ट्रक मंगाकर काम चलाया जाएगा। लेकिन अब आढ़तियों का आरोप है कि स्थानीय ट्रक वाले बाहर से आए ट्रकों को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। इसी को लेकर विवाद है। आज अनाजमण्डी से बताया गया कि रोजाना धान के उठान को लगभग 150 ट्रक की जरूरत पडती है और इतनी व्यवस्था स्थानीय ऑपरेटर्स के पास नहीं है।
इस विवाद के निपटने के बाद धान की ओपन नीलामी देर सांय तक हुई जिसमें मुच्छल, पूसा 1121 व पूसा 1718 किश्म की करीब 35 हजार क्विन्टल धान की खरीद की गई।