एस• के• मित्तल
सफीदों, धान की फसल काटे जाने के बाद बचे पराली के अवशेषों को खेतों में जलाने का सिलसिला लगातार जारी है। एसडीएम मनीष कुमार फौगाट के अलावा कृषि विभाग के अधिकारियों ने नंबरदार, पटवारी सहित गांव के किसानों को पराली के अवशेषों को जलाने के प्रति जागरूक किया, लेकिन उसके बाद भी यह सिलसिला बंद नहीं हो रहा है। इसके लिए सरकार द्वारा पराली जलाने से रोकने के लिए जो प्रयास किए जा रहे है।
सफीदों, धान की फसल काटे जाने के बाद बचे पराली के अवशेषों को खेतों में जलाने का सिलसिला लगातार जारी है। एसडीएम मनीष कुमार फौगाट के अलावा कृषि विभाग के अधिकारियों ने नंबरदार, पटवारी सहित गांव के किसानों को पराली के अवशेषों को जलाने के प्रति जागरूक किया, लेकिन उसके बाद भी यह सिलसिला बंद नहीं हो रहा है। इसके लिए सरकार द्वारा पराली जलाने से रोकने के लिए जो प्रयास किए जा रहे है।
वह भी काम नहीं कर रहे हैं। क्षेत्र के किसानों के द्वारा रात के समय इन अवशेषों में आग लगाई जा रही है। सड़क के किनारे स्थित खेतों में अवशेषों में आग लगाने से धुआं सड़क पर कई किलोमीटर तक फैल जाता है, जिसके कारण वाहन चालकों को मार्ग पर कुछ दिखाई नहीं देता और हादसे होने का खतरा बना रहता है लेकिन किसान हादसों को न्यौता दे रहे है। वहीं इस धुएं से अनेकों प्रकार की नेत्र संबंधी बीमारियां भी बढ़ रही है। दमे के रोगियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दुपहिया वाहन चालकों का धुएं से गुजरना मुश्किल हो जाता है, धुएं में दम घुट जाता है।
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद की सफीदों में धर्मसभा 4 नवंबर को
क्या कहते हैं कृषि अधिकारी
इस मामले में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग सफीदों के एसडीओ डा. सुशील गुप्ता ने बताया कि एसडीएम मनीष कुमार फौगाट से सोमवार को बैठक की जाएगी। वहीं रात के समय अवशेषों को जलाने वाले किसानों पर नजर रखने के लिए पुलिस से बातचीत की जाएगी। रात को भी क्षेत्र का निरीक्षण किया जाएगा। अभी तक खंड के 6 किसानों पर 15 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है। अब अवशेष जलाने वाले किसानों से सख्ती से पेश आएंगे।