हरियाली तीज पर छात्राओं ने हाथों में लगाई सुंदर-सुंदर मेहंदी प्रतियोगिता में स्वीटी, काजल, प्रीति, शाईन, कशिश व दीक्षा रही प्रथम

भारतीय सांस्कृतिक परंपरा में तीज का त्यौहार अहम: नरेश सिंह बराड़

एस• के• मित्तल 
सफीदों,       नगर के पायनियर स्कूल में शुक्रवार को हरियाली तीज का त्यौहार धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल के चेयरमैन नरेश सिंह बराड़ ने की। निर्णायक मंडल की अध्यक्षता विद्यालय की निदेशक उषा बराड़ ने की। इस अवसर पर मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में स्कूल के 7वीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में बच्चों ने अपने हाथों पर सुंदर-सुंदर मेहंदी लगाई और छात्राओं ने झूले झूले। इस प्रतियोगिता में कक्षा 7वीं में स्वीटी प्रथम, नवनीर कौर द्वितीय व शगनप्रित कौर तीसरे स्थान पर रही।
कक्षा 8वीं में काजल प्रथम, चेतना द्वितीय व तमन्ना तीसरे स्थान पर रही। कक्षा नौवीं में प्रीती प्रथम, नेहा द्वितीय व तमन्ना तृतीय रही। 10वीं कक्षा में शाईन प्रथम, सिया मलिक द्वितीय व नीलन ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कक्षा 11वीं में कशिश ने प्रथम, मुस्कान ने द्वितीय व सोनी ने तृतीय स्थान हासिल किया। वहीं कक्षा 12वीं में पहले पायदान पर दीक्षा रही। अपने संबोधन में स्कूल के चेयरमैन नरेश सिंह बराड़ ने कहा कि भारतीय सांस्कृतिक परंपरा में हरियाली तीज का त्यौहार बेहद अहम है। इस त्यौहार के उपलक्ष्य में जगह-जगह झूले डाले जाते हैं और स्त्रियों के समूह गीत गा-गाकर झूला झूलते हैं।
सावन की तीज में महिलाएं व्रत रखती हैं। इस व्रत को अविवाहित कन्याएं योग्य वर को पाने के लिए करती हैं तथा विवाहित महिलाएं अपने सुखी दांपत्य की चाहत के लिए करती हैं। उन्होंने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों को बधाई देते हुए कहा कि आज के इस आधुनिक युग में भी बच्चे अपनी परंपराओं से जुड़े हुए हैं। उन्हे उम्मीद नहीं थी कि इस प्रतियोगिता में इतनी बड़ी तादाद में बच्चे हिस्सा लेंगे। बच्चों के उत्साह को देखते हुए कह सकते हैं हमारे रितिरिवाज और परंपराएं आज भी कहीं ना कहीं संरक्षित है। कार्यक्रम के समापन पर प्रतियोगिता में विजेता रही छात्राओं को सम्मानित किया गया।

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