एस• के• मित्तल
सफीदों, सफीदों विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रहे पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने भारतीय जनता पार्टी के जनसंपर्क अभियान के तहत दूसरे दिन गांव रामनगर, हरिगढ़, बागडू कलां, बागडू खुर्द, ऐंचरा खुर्द, सरफाबाद व ऐंचरा कलां का दौरा करके ग्रामीण सभाओं को संबोधित किया। सभी गांवों में बचन सिंह आर्य का ढोल-नंगाड़ों, फूलों की मालाओं व पगड़ियों के साथ जोरदार अभिनंदन किया।
सफीदों, सफीदों विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रहे पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य ने भारतीय जनता पार्टी के जनसंपर्क अभियान के तहत दूसरे दिन गांव रामनगर, हरिगढ़, बागडू कलां, बागडू खुर्द, ऐंचरा खुर्द, सरफाबाद व ऐंचरा कलां का दौरा करके ग्रामीण सभाओं को संबोधित किया। सभी गांवों में बचन सिंह आर्य का ढोल-नंगाड़ों, फूलों की मालाओं व पगड़ियों के साथ जोरदार अभिनंदन किया।
इस दौरे के दौरान ग्रामीणों ने मांगों के संबंध में पत्रक सौंपे, जिस पर उन्होंने कहा कि वे अधिकारियों से मिलकर गांवों की समस्याओं को दूर करवाने का प्रयास करेंगे। अपने संबोधन में बचन सिंह आर्य ने कहा कि भाजपा के जनसंपर्क के दौरान लोगों का अपार संमर्थन मिल रहा है और दूसरे दलों को छोड़कर लोग भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा में जनता के हर वर्ग के हित सुरक्षित है और उनके कल्याण की योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि बचन सिंह आर्य भारतीय जनता पार्टी में रहकर आर्य संगठन की बात करते हैं।
वे इस संगठन की बात इसलिए करते हैं क्योंकि 36 बिरादरी के श्रेष्ठ लोगों के समूह का नाम आर्य संगठन है। 32 साल पहले इस संगठन में नींव रखी गई थी और आज यह संगठन फल फूलकर एक वटवृक्ष का रूप ले ख्चुका है। भारतीय जनता पार्टी ने उन्हे टिकट दिया और उन्होंने करीब 54000 वोट प्राप्त किए। इन वोटों में पार्टी के साथ-साथ इस आर्य संगठन का भी एक महत्वपूर्ण रोल है। इससे पहले पार्टी का टिकट लेकर आने वाले लोगों के 3-4 हजार वोट आया करते थे लेकिन आर्य संगठन के 36 बिरादरी के श्रेष्ठ लोगों ने इस कुछ हजार वोटों के आंकड़े को 54000 वोटों तक पहुंचा दिया और सोनीपत लोकसभा क्षेत्र से सांसद रमेश कौशिक को सबसे अधिक वोटों से सफीदों विधानसभा से जीताकर भेजा।
उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे चुनावों के समय में गद्दार लोगों से सावधान रहे क्योंकि इन्ही गद्दार लोगों की वजह से वे कुछ वोटों से जीत से दूर रह गए और इससे पूर्वर् देश की जानी मानी नेत्री रही पूर्व कैबिनेट स्व. सुषमा स्वराज की बहन वंदना शर्मा भी चुनाव हार गईं थीं। उन्होंने कहा कि वे अपने राजनीतिक जीवन में कभी भी जातपात व धर्म के रफड़े में नहीं पड़े। उन्होंने सदैव राजधर्म, ईमानदारी व सेवाभाव से राजनीति की है। उसी का परिणाम है कि खुद की बिरादरी की कुछ हजार वोटों होने के बावजूद 36 बिरादरी के दम पर वे दो बार विधायक व एक बार सरकार में वजीर बने। बचन सिंह आर्य ने दावा किया कि जनता के अटूट प्यार को देखकर ऐसा लगता है कि वे इस बार 65 हजार से अधिक वोटों के आंकड़े को छुएंगे।
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