सरकारी स्कूलों में चलाया गया नशा व टीबी मुक्ति जागरूकता अभियान कच्चे मिट्टी के मैदान व फर्श पर बैठने को मजबूर हुए स्कूली बच्चे

एस• के• मित्तल 
सफीदों,      सफीदों क्षेत्र के अनेक राजकीय स्कूलों में एसडीएम सत्यवान मान के दिशा-निर्देशों पर वीरवार को नशा मुक्ति व टीबी मुक्त भारत जागरूकता अभियान चलाया गया। इस कड़ी में गांव सिंहपुरा के राजकीय स्कूल में गांव की सरपंच प्रतिनिधि मनोज बराड़, समाज शिक्षा एवं पंचायत अधिकारी नरेश कुमार, रत्ता खेड़ा में सरपंच सुरेश कुमार, गांव ऐंचरा खुर्द में सरपंच रामकिशन ने अलग-अलग से कार्यक्रमों की अध्यक्षता की।
स्कूलों में आयोजित कार्यक्रमों में स्कूली बच्चों को जागरूक किया गया। वहीं बच्चों ने गांव में जागरूकता रैली निकालकर लोगों को नशे व टीबी के प्रति सचेत किया। अपने संबोधनों में अतिथियों ने कहा कि नशा व्यक्ति और परिवार की समाज में बदनामी करता है। एक व्यक्ति के नशा करने के कारण पूरा परिवार बर्बाद हो जाता है। ऐसे में युवाओं को नशे से दूर रहना चाहिए। आज नशे के कारण हजारों लाखों घर बर्बाद हो रहे हैं। अगर समय रहते नशे पर काबू नहीं पाया गया तो क्राइम के मामले में भी बढऩे लगेगें। टीबी को लेकर उन्होंने कहा कि इस बीमारी से घबराने की नहीं बल्कि सचेत रहकर नियमित इलाज लेने की जरूरत है। टीबी का इलाज सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क किया जाता है और टीबी के मरीज का नाम भी गुप्त रखा जाता है। इसके अलावा टीबी के मरीजों को गोद लेने की भी योजना जारी है।
पैट कमिंस का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया को जॉनी बेयरस्टो के आउट होने का कोई अफसोस नहीं है, वह दोबारा ऐसा करेगा

कच्चे मिट्टी के मैदान में बैठने को मजबूर हुए स्कूली बच्चे
सफीदों प्रशासन के आदेशों पर क्षेत्र के अनेक राजकीय स्कूलों में नशा व टीबी मुक्ति जागरूकता अभियान चलाकर यहां पढऩे वाले बच्चों को जागरूक किया गया लेकिन कई स्कूलों के मुखिया या वहां का प्रबंधन बच्चों के बैठाने का उचित प्रबंध नहीं कर पाया। स्कूल प्रबंधन द्वारा बरती गई लापरवाहियों के कारण बच्चों को खुले गीले कच्चे व पक्के मैदानों में बैठने को मजबूर होना पड़ा। बच्चों को बैठने के लिए नीचे कोई दरा या टाट पट्टी नहीं दी गई। काफी बच्चे कच्चे फर्शों पर ऊकडू बैठे हुए दिखाई पड़े। स्कूल प्रबंधन या कार्यक्रमों में आए अतिथियों ने बच्चों के साथ हुई इस बेकद्री की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया और अपना-अपना उद्बोधन देकर चलते बने।

बता दें कि अभी सफीदों इलाके में काफी बारिश हुई है और बारिश के कारण स्कूलों के मैदान में भारी नमी है और इस मौसम में कच्चे मैदान के अंदर किसी जहरीले कीट या जीव के निकलने का भी अंदेशा बना रहता है लेकिन बच्चे जहां निर्देशित किया गया वहीं पर बैठने को मजबूर हुए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *