महिला शिक्षा में मील का पत्थर साबित हुई आईपी कन्या एजुकेशन सोसायटी

 

महिला कालेज व नर्सिंग संस्थान के बाद अब बनेगा पैरामेडिकल कॉलेज

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सफीदों रैली में दी थी पैरामेडिकल कॉलेज की सौगात

एस• के• मित्तल
सफीदों, सफीदों की सामाजिक संस्था आईपी कन्या एजुकेशन सोसायटी कन्याओं की शिक्षा एवं कन्या चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देने के मामले में मील का पत्थर साबित हुई है।

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इस संस्था के प्रयासों से नगर में दो बड़े शिक्षण संस्थान सरला कन्या महाविद्यालय व राजकीय नर्सिंग संस्थान की स्थापना तो पहले ही हो चुकी है तथा अब तीसरे बड़े चिकित्सा संस्थान राजकीय पैरामेडिकल कॉलेज की स्वीकृति भी हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा सफीदों में आयोजित जनसभा में दी जा चुकी है। गौरतलब है कि इस कन्या एजुकेशन सोसाइटी का गठन वर्ष 2009 में जींद जिला के तत्कालीन उपायुक्त मोहम्मद शाइन की अगुवाई में नगर के प्रमुख समाजसेवी जिनमें रिटायर इंजीनियर इन चीफ टीसी गर्ग, प्रमुख कुटकुट उद्योगपति कृष्ण राठी, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष राकेश जैन, महेंद्र गर्ग, धु्रव कुमार गर्ग व साधूराम बंधू के द्वारा किया गया। वर्ष 2009 में नगर वासियों की मांग पर लड़कियों के लिए अलग से कॉलेज बनाने की मांग की गई, जिसे पूरा करने का बीड़ा पूर्व पालिका अध्यक्ष राकेश जैन एवं जेजेपी जिलाध्यक्ष कृष्ण राठी ने उठाया।

30 अप्रैल को राष्ट्रीय दैनिक न्यूज़ पेपर में छपी आज की खबर..

तात्कालीन पालिकाध्यक्ष राकेश जैन ने इस काम की खातिर जींद जिले के तब के उपायुक्त मोहम्मद शाइन से विचार-विमर्श करके इस सोसायटी आईपी कन्या एजुकेशन का गठन किया। कॉलेज बनाने की खातिर सबसे पहले जब जमीन की बात आई तो नगरपालिका के तत्कालीन अध्यक्ष राकेश जैन ने सभी नगर पार्षदों की सर्वसम्मति से पालिका की 16 एकड़ भूमि इस कॉलेज को बनाने के लिए नि:शुल्क दिए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया। उसके बाद इस कॉलेज को बनाने की खातिर उस समय के प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से संपर्क किया गया। इस सोसाइटी द्वारा मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को एक प्रस्ताव दिया गया जिसमें कहा गया कि सफीदों की इस संस्था द्वारा इस कॉलेज के निर्माण की खातिर एक करोड़ रुपए की राशि तथा भूमि दान में दी जाएगी। तब इस संस्था द्वारा धन इक्कठा करने की मुहिम शुरू की गई जिसमें सबसे अधिक योगदान टीसी गर्ग एवं कृष्ण राठी का रहा। सोसाइटी ने एक करोड़ रुपए एकत्रित करके सरकार के पास जमा करा दिए। वर्ष 2010 में इस कॉलेज का शिलान्यास पत्थर उस समय के गवर्नर जगन्नाथ पहाडिय़ा के कर कमलों द्वारा रखा गया। उसके बाद इस कॉलेज के भवन का निर्माण कार्य शुरू हुआ जिस पर उस समय लगभग 25 करोड रुपए की लागत आई ,जो सरकार द्वारा वहन की गई तथा सरकार ने इस संस्था की इच्छाशक्ति को देखते हुए उनका 1 करोड़ रूपया भी उनको वापिस दे दिया गया। बाद में संस्था द्वारा नगर में कन्याओं को चिकित्सा शिक्षा सुविधा का प्रबंध करने का विचार आया।

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जिसको लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से टीसी गर्ग उनके साथी कृष्ण राठी एवं राकेश जैन द्वारा संपर्क करके सोसाइटी के द्वारा जमीन एवं एक करोड़ रूपया उपलब्ध कराने का वायदा करके सफीदों में राजकीय नर्सिंग संस्थान की स्वीकृति प्राप्त की गई। पिछले 4 बरस से यह नर्सिंग संस्थान बखूबी चल रहा है। इस संस्थान की आधारशिला भी लगभग 3 वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा रखी गई थी।

गौरतलब है कि सफीदों के इस राजकीय नर्सिंग संस्थान में प्रदेश के किसी भी अन्य नर्सिंग संस्थान के मुकाबले में अधिक सीटें हैं। जिनमें की 60 बीएससी नर्सिंग की 60 जीएनएम की तथा 60 सीटें एएनएम की है। मंजूर हुई कुल 180 सीटों पर प्रथम वर्ष में नर्सिंग संस्थान में 180 छात्रों ने दाखिला लिया। अब इसमें छात्राओं की संख्या बढ़कर लगभग 600 के आसपास हो चुकी है। शिक्षा, सुविधाओं व परिणाम के मामले में यह नर्सिंग संस्थान हरियाणा में सबसे आगे नजर आता है। आईपी कन्या एजुकेशन सोसायटी द्वारा इस नर्सिंग संस्थान के लिए एक करोड़ रुपए की राशि दी गई ,जिससे इस संस्थान के लिए आवश्यक साजो समान लैब आदि के समान की खरीद की गई। लगभग 1 वर्ष तक इस संस्थान के सभी शिक्षकों एवं अन्य कर्मचारियों का वेतन भी इसी संस्था के द्वारा प्रदान किया गया। वर्ष 2010 में इस संस्था ने जो एक करोड़ रुपए की राशि इक्कठी की थी वह अब बढ़कर लगभग डेढ़ करोड़ रूपया हो चुकी थी, जिसमें से एक करोड़ नर्सिंग संस्थान को दिए जाने के बावजूद अभी भी इस संस्था के पास 50 लाख रुपए की राशि बैंक में मौजूद है।
अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा सफीदों में तीसरा शिक्षण संस्थान राजकीय पैरा मेडिकल भी मंजूर कर दिया गया है। इस संस्थान के साजो समान एवं अन्य कार्यों के लिए आईपी कन्या एजुकेशन सोसायटी द्वारा 50 लाख रुपए दिए जाएंगे तथा इस संस्थान के भवन निर्माण की खातिर इसी संस्था के प्रयासों के बावजूद ही यहां के गांव करसिंधु की पंचायत के द्वारा साढ़े चार एकड़ भूमि इस पैरा मेडिकल कॉलेज की खातिर दिए जाने की स्वीकृति सरकार को पहले ही भेजी जा चुकी है। इसमे गांव की पंचायत के निवर्तमान सरपंच विजय शर्मा एवं पंचायत के सभी सदस्यों का विशेष योगदान रहा। इतना ही नहीं आई पी कन्या एजुकेशन द्वारा राजकीय मेडिकल को जोकि सितंबर 2022 में शुरू होने की संभावना है के लिए तत्काल तौर पर भवन की व्यवस्था का भी बंदोबस्त किया गया है।

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संस्था के सदस्य राकेश जैन के मुताबिक राजकीय पैरा मेडिकल के नए भवन निर्माण में समय लग सकता है, तब तक के लिए करसिन्धु गांव के ही पीडीएम तकनीकी संस्थान से भवन की व्यवस्था की जाने की मंजूरी भी ली जा चुकी है। नि:स्वार्थ भाव से शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रही इस आईपी कन्या एजुकेशन सोसायटी के सभी सदस्यों का प्रयास यह रहता है कि सफीदों क्षेत्र को शिक्षा के मामले में किसी भी अन्य शहर से पीछे नहीं रहने दिया जाए। इस संस्था का यह प्रयास इस क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में भागीरथ प्रयास साबित भी हुआ है। अब तक कई हजार छात्राएं इन दोनों शिक्षण संस्थानों से शिक्षा ग्रहण करके अपनी जीवन शैली को आगे बढ़ाने में कामयाब रही है।

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